गाजियाबाद: संपूर्ण भारत देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर के किए गए लाॅकडाउन के पहले चरण से लेकर लाॅकडाउन के चौथे चरण तक किसानों ने खूब नुकसान झेला है. लाॅकडाउन के पांचवे चरण में तमाम सहूलियतें लेकर आया अनलॉक-1 के दौरान कैसे हैं आम की खेती करने वाले किसानों के हालात, इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आम की खेती करने वाले किसानों से खास बातचीत की.
गाजियाबाद: आम के किसानों को लॉकडाउन के चलते भारी नुकसान
आम की खेती करने वाले किसानों का कहना है कि लाॅकडाउन की वजह से बाजारों में उनका आम नहीं बिक पा रहा है. इसकी वजह से उनका आम सड़ने लगा है. इस नुकसान की वह सालों तक भरपाई नहीं कर पाएंगे.
आम के किसानों को घाटा
गाजियाबाद: संपूर्ण भारत देश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को लेकर के किए गए लाॅकडाउन के पहले चरण से लेकर लाॅकडाउन के चौथे चरण तक किसानों ने खूब नुकसान झेला है. लाॅकडाउन के पांचवे चरण में तमाम सहूलियतें लेकर आया अनलॉक-1 के दौरान कैसे हैं आम की खेती करने वाले किसानों के हालात, इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आम की खेती करने वाले किसानों से खास बातचीत की.
आम की खेती करने वाले किसान शौकत ने बताया कि इस बार लाॅकडाउन की वजह से मंडियों में जा रहा आम बिक नहीं रहा है. इसकी वजह से वह सड़ रहा है. लाॅकडाउन की वजह से सही समय पर आम के बाग में लगाने के लिए दवाई और बाग की धुलाई नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से किसानों को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है.
पका आम बिकने की उम्मीद कम
इसके साथ ही किसान शौकत का कहना है कि लाॅकडाउन की वजह से अचार का कच्चा आम ही नहीं बिक पाया है तो ऐसे में पके हुए आम के बिकने की बहुत कम उम्मीद है. इस नुकसान के कारण आम की खेती करने वाले किसान काफी साल तक नुकसान से नहीं उभर पाएंगे.
गल कर गिर रहा है आम
किसान निजामुद्दीन ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से आम के बाग में काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने बाग की कीमत पहले ही दे रखी है और अब बाजार में आम बिक नहीं रहा है और पेड़ों से भी गल कर गिरने लगा है. ऐसे में आम की खेती करने वाले किसान सालों तक इस नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे.
लाखों का होगा नुकसान
किसान निजामुद्दीन ने बताया कि पहले इन दिनों में आम काफी बिकता था, लेकिन अब बाजार में जा रहा आम भी वापस आ रहा है. इसके कारण इस बार उनको आम की खेती में लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा.
आम की खेती करने वाले किसान शौकत ने बताया कि इस बार लाॅकडाउन की वजह से मंडियों में जा रहा आम बिक नहीं रहा है. इसकी वजह से वह सड़ रहा है. लाॅकडाउन की वजह से सही समय पर आम के बाग में लगाने के लिए दवाई और बाग की धुलाई नहीं हो पाई है, जिसकी वजह से किसानों को बहुत परेशानी उठानी पड़ रही है.
पका आम बिकने की उम्मीद कम
इसके साथ ही किसान शौकत का कहना है कि लाॅकडाउन की वजह से अचार का कच्चा आम ही नहीं बिक पाया है तो ऐसे में पके हुए आम के बिकने की बहुत कम उम्मीद है. इस नुकसान के कारण आम की खेती करने वाले किसान काफी साल तक नुकसान से नहीं उभर पाएंगे.
गल कर गिर रहा है आम
किसान निजामुद्दीन ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से आम के बाग में काफी नुकसान हो रहा है. उन्होंने बाग की कीमत पहले ही दे रखी है और अब बाजार में आम बिक नहीं रहा है और पेड़ों से भी गल कर गिरने लगा है. ऐसे में आम की खेती करने वाले किसान सालों तक इस नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे.
लाखों का होगा नुकसान
किसान निजामुद्दीन ने बताया कि पहले इन दिनों में आम काफी बिकता था, लेकिन अब बाजार में जा रहा आम भी वापस आ रहा है. इसके कारण इस बार उनको आम की खेती में लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा.