लखनऊ: महिला अपराध को लेकर देश और प्रदेश की सरकारें सख्त हैं. महिलाओं के हित के लिए लगातार कानून बनाए जा रहे हैं, लेकिन, कोई महिला यदि पुरुष को परेशान करे तो उसके लिए न कोई कानून है और न उसकी कहीं सुनी जाती है. ऐसा ही मामला बाजारखाला थाना क्षेत्र के विक्टोरिया स्ट्रीट से आया है. पत्नी से पीड़ित व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार हो गया, लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई. न्याय की गुहार लगाते-लगाते उसकी मौत हो गई.
पुराना हैदरगंज का है मामला
पुराना हैदरगंज निवासी फाईमा खातून का कहना है कि उनकी बहू जुलेखा कुछ दिन ससुराल में रहने के बाद अपने घर मशकगंज चली गई. इसके बाद वहां से नोटिस पर नोटिस आने लगे. मोटी रकम की मांग की गई. मांगी गई रकम नहीं दे पाने पर उनके बेटे और परिवार को लगातार प्रताड़ित किया जाने लगा. इन लोगों ने भरण-पोषण, घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना आदि का फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया है. यह मामला वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है. दावा किया कि उनका बेटा मोहम्मद इस्लाम इन फर्जी मुकदमों से डिप्रेशन में चला गया. उसकी 19 नवंबर 2020 को इलाज के दौरान मौत हो गई.
राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई
मृतक मोहम्मद इस्लाम की मां फाईमा खातून ने राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई है, लेकिन उसकी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है. आरोप है कि फर्जी मुकदमों में फंसाकर उसको और उसके परिवार को आज भी प्रताड़ित किया जा रहा है. मां फाईमा खातून ने राज्यपाल से सही जांच कराकर सख्त कार्रवाई की मांग की है.