लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों की भविष्य निधि की रकम को गलत तरीके से डीएचएफएल कंपनी में निवेश कराया था. इसके मद्देनजर आर्थिक अपराधिक शाखा की टीम ने पिछले दिनों कई गिरफ्तारियां की थी. इसमें यूपीपीसीएल के पूर्व वित्त निदेशक सुधांशु द्विवेदी और एंप्लाइज टेस्ट के तत्कालीन सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था.
वहीं इसी बीच यूपीपीसीएल के तत्कालीन एमडी एपी मिश्रा को भी गिरफ्तार किया गया था. गुरुवार को एपी मिश्रा के अलीगंज स्थित आवास पर आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने एपी मिश्रा को साथ में लेकर तमाम मुख्य दस्तावेजों को जप्त किया है.
जप्त किए गए मुख्य दस्तावेज
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के बड़े घोटाले के तौर पर उभर कर आए यूपीपीसीएल घोटाले में कई गिरफ्तारियां की गई थी. इस बीच तत्कालीन एमडी एपी मिश्रा को भी गिरफ्तार किया गया था. इसके चलते गुरुवार को आर्थिक अपराध शाखा की टीम राजधानी लखनऊ स्थित अलीगंज उनके आवास पर पहुंची, जहां एपी मिश्रा को आर्थिक अपराध शाखा की टीम उनको लेकर आवास पर गई और तमाम मुख्य दस्तावेज जप्त किए.
आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने अलीगंज स्थित एपी मिश्रा के आवास के पहले माले पर रखी एक अलमारी को छेनी, हथौड़े व ड्रिल मशीन से तोड़कर मुख्य दस्तावेजों को जप्त किया. एमडी एपी मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने यूपीपीसीएल के कर्मचारियों की भविष्य निधि के पैसों में घोटाला किया है. बताया जा रहा है तत्कालीन एमडी एपी मिश्रा ने यह काम रिटायरमेंट के एक दिन पहले किया था, जिसमें यूपीपीसीएल के पैसे को प्राइवेट कंपनी डीएचएफएल में निवेश करने की अनुमति दी थी.