लखनऊः यूपी एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) व महाराष्ट्र पुलिस ने शनिवार को महाराष्ट्र के ठाणे में नव निर्माण सेना के नेता व आरटीआई कार्यकर्ता जमील अहमद शेख (49) के हत्या आरोपी इरफान को गिरफ्तार किया है जबकि, एक अन्य आरोपी ओसामा की एसटीएफ तलाश कर रही है. ओसामा भी गोरखपुर का रहने वाला है. एसडीएफ के हत्थे चढ़े गोरखपुर निवासी आरोपी इरफान ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि महाराष्ट्र के एनसीपी नेता (कारपोरेटर) नजीबुल्लाह ने 10 लाख रुपये में नवनिर्माण सेना के नेता जमील खान की हत्या की सुपारी दी थी. नजीबुल्लाह ने दो लाख एडवांस में देने की बात की थी. महाराष्ट्र पुलिस आरोपी इरफान को लखनऊ सीजीएम न्यायालय के समक्ष पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र ले जाएगी.
23 नवंबर को की थी हत्या
एसटीएफ प्रभारी अनिल सिंह सिसोदिया के मुताबिक, 23 नवंबर 2020 में महाराष्ट्र के ठाणे राबोडी थाना क्षेत्र में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता एवं आरटीआई कार्यकर्ता जमील अहमद शेख की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी. हत्या में गोरखपुर के इरफान सोनू शेख मंसूरी उर्फ राज धनिया उर्फ रामधनी उर्फ पंकज और मोटू व गोरखपुर का ही शातिर अपराधी ओसामा शामिल थे. हत्या में शामिल एक अन्य आरोपी शाहिद को महाराष्ट्र पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. महाराष्ट्र पुलिस को सूचना मिली ओसामा और इरफान गोरखपुर में छिपे हैं. महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की टीम सीनियर इंस्पेक्टर नितिन ठाणे के नेतृत्व में टीम लखनऊ पहुंची और एसटीएफ प्रभारी से जानकारी साझा की.
लखनऊ में कठौता झील के पास दबोचा
एसटीएफ और महाराष्ट्र में ब्रांच की टीम को सर्विलांस के जरिए पता चला कि इरफान लखनऊ आया है. टीम ने सर्विलांस के जरिए इरफान की लोकेशन लेकर घेराबंदी शुरू की. विभूतिखण्ड के कठौता झील के पास से इरफान को संयुक्त टीम ने दबोच लिया. पूछताछ में इरफान ने कई राज कुबूले हैं. इरफान ने अपने साथी ओसामा के बारे में भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं. एसटीएफ ने ओसामा को दबोचने के लिए टीम गठित की है.
एनसीपी नेता ने दी थी सुपारी
एसटीएफ के हत्थे चढ़े इरफान ने बताया कि उन्हें महाराष्ट्र में रबोडी के एनसीपी के नेता व कॉरपोरेटर नजीबुल्लाह ने जमील शेख को मारने की सुपारी दी थी. इरफान ने बताया की नजीबुल्लाह ने 10 लाख रुपये में हत्या करने का सौदा किया था. दो लाख रुपये उसे पहले देने की बात कही थी. हत्या का मास्टरमाइंड ओसामा है, जो नजीबुल्लाह के संपर्क में था.
इसे भी पढ़ेंः मुख्तार गैंग पर चला योगी का डंडा, ढहाए गए अवैध निर्माण
ऐसे की हत्या
23 नवंबर 2020 को ओसामा ने शाहिद को अपने रूम पर बुलाया और मुझसे एवं शाहिद से बोला कि आज ही जमील की हत्या करनी है. हम सभी साहिद की कार से वहां गए और कार में ही कपड़े बदले. इरफान ने बताया कि मैं और शाहिद एक मोटरसाइकिल और ओसामा दूसरी बाइक से साथ गए. राबोडी मस्जिद के पास हम सभी खड़े हो गए. जमील शेख राबोडी मस्जिद से बाहर निकला तभी हम उसके पीछे लग गए. शाहिद बाइक चला रहा था. मैं पीछे बैठा था. कुछ दूर आगे जाकर मैंने जमील की गोली मारकर हत्या कर दी हत्या के दौरान ओसामा बाइक से आगे पीछे अगल-बगल मौजूद था.