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इलाहाबाद विवि छात्रसंघ महामंत्री ने लगाया सपा नेताओं पर धमकी देने का आरोप

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने सपा के नेताओं पर आरोप लगाया है कि जिन छात्रों ने अखिलेश यादव के छात्रसंघ कार्यक्रम में शामिल होने का विरोध किया था, अब उन निर्दोष छात्रों को सपा के नेता धमकी दे रहे हैं.

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Published : Feb 13, 2019, 10:06 PM IST

छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह.

लखनऊ : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने सपा के नेताओं पर आरोप लगाया है. छात्रसंघ महामंत्री ने कहा कि छात्रों द्वारा विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को छात्रसंघ के कार्यक्रम में शामिल होने से मना किया. इसके बावजूद वह जिद पर अड़े रहे. वहीं अखिलेश यादव जा नहीं सके तो अब निर्दोष छात्रों को सपा के नेता धमकी दे रहे हैं.

छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह.
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रयागराज जाने से रोके जाने के बाद मचे बवाल में आज एक नया मोड़ आया है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने आरोप लगाया है कि सपा के नेता उन छात्रों को धमका रहे हैं जिन्होंने अखिलेश यादव के छात्रसंघ कार्यक्रम में शामिल होने का विरोध किया था.


शिवम ने बताया छात्रसंघ की नियमावली कहती है कि किसी भी कार्यक्रम को छात्रसंघ के अध्यक्ष और महामंत्री मिलकर कराएंगे. इसीलिए मैंने सोचा था कि छात्रसंघ के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अलग-अलग विचारधारा के लोगों को बुलाया जाएगा. लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने अध्यक्ष के साथ मिलीभगत करके पार्टी फंड से 40 लाख रुपये दिए और खुद को मुख्य अतिथि बनवाया. ताकि वह वहां पर राजनीतिक रोटी सेक सकें.


शिवम ने कहा कि विश्वविद्यालय के एक छात्र का निधन हुआ था, जिसकी 12 फरवरी को तेरहवीं थी. उस छात्र ने आत्महत्या की थी. इस वजह से वह मुद्दा विश्वविद्यालय में काफी गर्म था. उसने सुसाइड नोट में विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था. उसकी लड़ाई हम लोग लड़ रहे थे. ऐसे माहौल में वह छात्रसंघ का वार्षिकोत्सव कराना चाहते थे. शिवम ने आरोप लगाया कि जब मैं आमरण अनशन पर बैठा था, तब से सपा के नेताओं द्वारा मेरे परिवार को और मुझे बराबर धमकी दी जा रही थी.

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लखनऊ : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने सपा के नेताओं पर आरोप लगाया है. छात्रसंघ महामंत्री ने कहा कि छात्रों द्वारा विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को छात्रसंघ के कार्यक्रम में शामिल होने से मना किया. इसके बावजूद वह जिद पर अड़े रहे. वहीं अखिलेश यादव जा नहीं सके तो अब निर्दोष छात्रों को सपा के नेता धमकी दे रहे हैं.

छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह.
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रयागराज जाने से रोके जाने के बाद मचे बवाल में आज एक नया मोड़ आया है. इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने आरोप लगाया है कि सपा के नेता उन छात्रों को धमका रहे हैं जिन्होंने अखिलेश यादव के छात्रसंघ कार्यक्रम में शामिल होने का विरोध किया था.


शिवम ने बताया छात्रसंघ की नियमावली कहती है कि किसी भी कार्यक्रम को छात्रसंघ के अध्यक्ष और महामंत्री मिलकर कराएंगे. इसीलिए मैंने सोचा था कि छात्रसंघ के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अलग-अलग विचारधारा के लोगों को बुलाया जाएगा. लेकिन सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने अध्यक्ष के साथ मिलीभगत करके पार्टी फंड से 40 लाख रुपये दिए और खुद को मुख्य अतिथि बनवाया. ताकि वह वहां पर राजनीतिक रोटी सेक सकें.


शिवम ने कहा कि विश्वविद्यालय के एक छात्र का निधन हुआ था, जिसकी 12 फरवरी को तेरहवीं थी. उस छात्र ने आत्महत्या की थी. इस वजह से वह मुद्दा विश्वविद्यालय में काफी गर्म था. उसने सुसाइड नोट में विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था. उसकी लड़ाई हम लोग लड़ रहे थे. ऐसे माहौल में वह छात्रसंघ का वार्षिकोत्सव कराना चाहते थे. शिवम ने आरोप लगाया कि जब मैं आमरण अनशन पर बैठा था, तब से सपा के नेताओं द्वारा मेरे परिवार को और मुझे बराबर धमकी दी जा रही थी.

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Intro:लखनऊ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने सपा के नेताओं पर आरोप लगाया है। शिवम ने कहा कि छात्रों द्वारा विरोध के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को छात्रसंघ के कार्यक्रम में शामिल होने से मना किया। इसके बावजूद वह जाने के जिद में अड़े रहे। वह जा नहीं सके तो अब निर्दोष छात्रों को सपा के नेता धमकी दे रहे हैं।


Body:पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रयागराज जाने से रोके जाने के बाद मचे बवाल में आज एक नया मोड़ आया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ महामंत्री शिवम सिंह ने आरोप लगाया है कि सपा के नेता उन छात्रों को धमका रहे हैं जिन्होंने अखिलेश यादव के छात्रसंघ कार्यक्रम में शामिल होने का विरोध किया था।

शिवम ने कहा कि के छात्र संघ की नियमावली कहती है की छात्र संघ के किसी भी कार्यक्रम में छात्र संघ के अध्यक्ष और महामंत्री मिलकर कराएंगे। इसीलिए मैंने सोचा था कि छात्र संघ के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अलग अलग विचारधारा के लोगों को बुलाया जाएगा। मगर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने अध्यक्ष के साथ मिलीभगत करके पार्टी फंड से 40 लाख रुपये दिए और खुद को मुख्य अतिथि बनवाया। ताकि वह वहां पर राजनीतिक रोटी सेक सकें।

शिवम ने कहा कि विश्वविद्यालय के एक छात्र का निधन हुआ था जिसकी 12 फरवरी को तेरहवीं थी। उस छात्र ने आत्महत्या की थी। इस वजह से वह मुद्दा विश्वविद्यालय में काफी गर्म था। उसने सुसाइड नोट में विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था। उसकी लड़ाई हम लोग लड़ रहे थे। ऐसे माहौल में छात्र संघ का वार्षिकोत्सव वह वार्षिकोत्सव कराना चाहते थे।

इसके अलावा कुंभ जैसा वहां पर आयोजन चल रहा हो। आस्था का जहां पर जनसैलाब उमड़ा हो। जहां किसी भी समय कानून व्यवस्था बिगड़ सकता हो। ऐसे में वह वहां पर जाकर राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते थे। जिसका हम लोग डट कर विरोध कर रहे थे। हमारा कहना था कि जब किसी की मौत हुई हो तो उस वक्त आप उत्सव नहीं कर सकते हैं। मेरा यह कहना था कि जब वहां पर कुंभ जैसा कोई आयोजन चल रहा हो तो आप राजनीतिक रोटी नहीं सेक सकते। मेरा यह कहना था कि छात्र संघ के जितने पदाधिकारी हैं आपके कार्यक्रम पर सबकी सहमति होनी चाहिए। मेरा यह कहना था कि छात्रसंघ किसी भी पार्टी की जागीर नहीं हो सकता।

इन्हीं बातों को लेकर हम विरोध कर रहे थे। अंततः विश्वविद्यालय प्रशासन को हमारे आगे झुकना पड़ा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कहा कि जब महामंत्री विरोध कर रहा है तो इस कार्यक्रम में कोई भी राजनीतिक व्यक्ति नहीं आएगा। बाकी किसी भी व्यक्ति को वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में हम अनुमति देते हैं। इसके बाद अखिलेश यादव के निजी सचिव को भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने पत्र जारी कर कहा कि वह यहां नहीं आ सकते। बावजूद इसके वह विश्वविद्यालय में घुसना चाहते थे।

विश्वविद्यालय के तमाम छात्र इस बात से भी नाराज थे कि अखिलेश यादव अपने मुख्यमंत्रित्व काल में लोक सेवा आयोग में काफी भ्रष्टाचार किए हैं जिसकी वजह से छात्रों में बड़ा आक्रोश था। इस वजह से भी उनका वहां आना ठीक नहीं था। इसी को लेकर हम लोग उनका विरोध कर रहे थे और यह हमारी नैतिक जीत हुई। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि सपा के सांसद धर्मेंद्र यादव जैसे तमाम लोग प्रयागराज में कानून व्यवस्था को ध्वस्त किये। सरकारी संपत्तियों को क्षति पहुंचाई गई।

ऐसा छात्रसंघ जहां से चंद्रशेखर और वीपी सिंह जैसे लोग निकले हो उस मिट्टी को भी धूमिल करने का प्रयास किया गया। जिसकी मैं कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं। शिवम ने आरोप लगाया कि जब मै आमरण अनशन पर बैठा था तब से सपा के नेताओं द्वारा मेरे परिवार को और मुझे बराबर धमकी दी जा रही थी।


Conclusion:रिपोर्ट-दिलीप शुक्ला, 9450663213
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