लखनऊ: स्वामी प्रबोध आनंद गिरि ने नारी के सम्मान पर बोलते हुए भारतीय संस्कृति के प्रति लोगों को जागरूक किया. दरअसल कश्मीरी लड़कियों को लेकर हुई बयानबाजी का हिंदू रक्षा सेना कर विरोध कर रही थी. उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति ऐसी नहीं है, जिसमें किसी बहू -बेटी का अपमान किया जाए. कश्मीर की लड़कियों के बारे में लोगों को कुछ भी ऐसा नहीं बोलना चाहिए जो अपमानजनक हो, यह देश की एकता और अखंडता के खिलाफ है.
महामंडलेश्वर स्वामी ने भारतीय संस्कृति के उददेश्य के बारें में कही ये बातें
- स्वामी प्रबोध आनंद गिरी ने श्री राम जन्मभूमि का ताला खोले जाने और शिलान्यास समेत सभी मौकों पर सक्रिय भूमिका निभाई है.
- हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर देश में हिंदू हितों के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
- स्वामी प्रमोद आनंद गिरि ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35a हटाकर नरेंद्र मोदी सरकार ने सराहनीय कार्य किया है.
- अमित शाह और मोदी की जितनी तारीफ की जाए वह कम है और दोनों ही पुरूष देश के महापुरुषों में गिने जाएंगे.
- भारतीय संस्कृति इसकी अनुमति नहीं देती है कि किसी भी नारी के बारे में अपमानजनक बातें की जाए.
- हमारी संस्कृति बहू-बेटियों की सम्मान करने वाली रही है और हम लोगों को उनका सम्मान करना चाहिए.
- छत्रपति शिवाजी महाराज ने युद्ध काल में भी मुस्लिम परिवार की स्त्रियों के पकड़े जाने पर मां और बहन मानकर सम्मान दिया था.
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कश्मीर की लड़कियां भी हमारे देश की बेटी हैं लेकिन जो लोग कश्मीर को बांटने की साजिश कर रहे हैं और देश की एकता अखंडता के खिलाफ काम कर रहे हैं, उन्हें दुष्ट की संज्ञा दी जानी चाहिए. ऐसे दुष्ट लोगों के साथ दुष्टता का व्यवहार ही समाज और देश के लिए हितकर है.
- महामंडलेश्वर, स्वामी प्रबोध आनंद गिरि