लखनऊः पिछले माह 26 अगस्त को मदुरै स्टेशन के यार्ड में खड़े पर्यटक कोच में एलपीजी सिलेंडर के कारण आग लगने की घटना हो गई थी. इस हादसे में कोच बुक करने वाले सीतापुर के भसीन टूर एंड ट्रेवल्स के मालिक सहित 10 लोग मौत के मुंह में समा गए थे तो कई घायल हो गए थे. इस हृदयविदारक घटना की रेल संरक्षा आयुक्त की जांच अंतिम दौर में पहुंच गई है. जांच कर रहे रेल संरक्षा आयुक्त एएम चौधरी ने गुरुवार को पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल और आईआरसीटीसी के अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं.
बता दें कि आईआरसीटीसी के माध्यम से भसीन टूर एंड ट्रेवल्स ने लखनऊ से स्लीपर क्लास का एक कोच बुक कराया था. बीती 17 अगस्त को लखनऊ चेन्नई एक्सप्रेस के स्पेशल कोच से 62 यात्री तीर्थ यात्रा पर निकले थे. प्राइवेट पार्टी कोच को विजयवाड़ा में चेन्नई एक्सप्रेस से हटा दिया गया था. इसके बाद अन्य ट्रेनों में लगता हुआ यह प्राइवेट पार्टी कोच 26 अगस्त के तड़के मदुरै पहुंचा था. ट्रेन से इस कोच को हटाकर यार्ड शटिंग की गई थी. पर्यटक कोच में टूर एंड ट्रेवल्स के कर्मचारियों के साथ खाने के बर्तन, खाद्य सामग्री और एलपीजी सिलेंडर भी रखे गए थे. मदुरै में सुबह गैस चूल्हे पर चाय बनाते समय कोच में आग लग गई थी. अंदर से कोच के लॉक होने के चलते यात्रियों को बचने का मौका ही नहीं मिला था.