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लखनऊ : 19 अक्टूबर से खुलेंगे यूपी के मदरसे

कोविड-19 की नई गाइडलाइन के मुताबिक 19 अक्टूबर से शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ यूपी के मदरसे भी खुलने जा रहे हैं. योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने गुरुवार को आदेश जारी कर प्रदेश के सभी मदरसों को कोविड-19 की नई गाइडलाइंस के साथ खुलने के आदेश दिए हैं.

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Published : Oct 15, 2020, 9:13 PM IST

19 अक्टूबर से खुलेंगे यूपी के मदरसे.
19 अक्टूबर से खुलेंगे यूपी के मदरसे.

लखनऊ : देश में कोरोना महामारी के बाद से लगे लॉकडाउन और संक्रमण से बचाव को लेकर यूपी के शिक्षण संस्थान बन्द चल रहे हैं. लेकिन अब नई गाइडलाइन के मुताबिक 19 अक्टूबर से शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ यूपी के मदरसे भी खुलने जा रहे हैं. योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने गुरुवार को आदेश जारी कर प्रदेश के सभी मदरसों को कोविड-19 की नई गाइडलाइंस के साथ खुलने के आदेश दिए हैं.

दरअसल, कोरोनावायरस महामारी के चलते उत्तर प्रदेश के मदरसे भी काफी समय से बंद चल रहे थे. लेकिन अब नई गाइडलाइन के मुताबिक शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मदरसे भी खुलने जा रहे हैं. मदरसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का उपयोग करना अनिवार्य होगा. वहीं छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की लिखित सहमति के बगैर किसी बच्चे को मदरसे में शिक्षा ग्रहण करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है. कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने 19 अक्टूबर से यूपी के मदरसों को शुरू करने का आदेश देते हुए कहा कि प्रथम पाली में सेकंडरी व फाजिल के विद्यार्थियों तथा द्वितीय पाली में सीनियर सेकंडरी व कामिल के विद्यार्थियों को पठन-पाठन हेतु बुलाया जाएगा. मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि प्रत्येक कक्षा के अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा तथा 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को अगले दिन बुलाया जा सकेगा.

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी.
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के चलते यूपी के मदरसे भी लम्बे वक्त से बन्द चल रहे हैं. लेकिन अब नई गाइडलाइन के तहत अल्पसंख्यक कल्याण, हज एवं वक्फ कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने मदरसों को खोले जाने का आदेश जारी कर दिया है. मदरसों में पुन: शिक्षा प्रारंभ करने के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए नंदी ने बताया कि मदरसों में सैनिटाइजर, हैंडवॉश, थर्मल स्क्रीनिंग एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्यार्थी या शिक्षक या अन्य कार्मिक को खांसी, बुखार के लक्षण प्राथमिक उपचार हेतु पाए जाते हैं तो उसे वापस घर भेज दिया जाए. मदरसों में कोविड से बचाव के होंगे विशेष इंतेजाम

यूपी के मदरसों में मदरसा प्रबंधन द्वारा अतिरिक्त मात्रा में मास्क उपलब्ध रखे जाएंगे. विद्यार्थियों को 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी. इसी के साथ मदरसे के छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को मास्क लगाकर ही मदरसे में प्रवेश दिया जाएगा.

लखनऊ : देश में कोरोना महामारी के बाद से लगे लॉकडाउन और संक्रमण से बचाव को लेकर यूपी के शिक्षण संस्थान बन्द चल रहे हैं. लेकिन अब नई गाइडलाइन के मुताबिक 19 अक्टूबर से शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ यूपी के मदरसे भी खुलने जा रहे हैं. योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने गुरुवार को आदेश जारी कर प्रदेश के सभी मदरसों को कोविड-19 की नई गाइडलाइंस के साथ खुलने के आदेश दिए हैं.

दरअसल, कोरोनावायरस महामारी के चलते उत्तर प्रदेश के मदरसे भी काफी समय से बंद चल रहे थे. लेकिन अब नई गाइडलाइन के मुताबिक शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मदरसे भी खुलने जा रहे हैं. मदरसों में भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क का उपयोग करना अनिवार्य होगा. वहीं छात्र-छात्राओं के अभिभावकों की लिखित सहमति के बगैर किसी बच्चे को मदरसे में शिक्षा ग्रहण करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है. कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने 19 अक्टूबर से यूपी के मदरसों को शुरू करने का आदेश देते हुए कहा कि प्रथम पाली में सेकंडरी व फाजिल के विद्यार्थियों तथा द्वितीय पाली में सीनियर सेकंडरी व कामिल के विद्यार्थियों को पठन-पाठन हेतु बुलाया जाएगा. मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि प्रत्येक कक्षा के अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा तथा 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को अगले दिन बुलाया जा सकेगा.

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी.
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के चलते यूपी के मदरसे भी लम्बे वक्त से बन्द चल रहे हैं. लेकिन अब नई गाइडलाइन के तहत अल्पसंख्यक कल्याण, हज एवं वक्फ कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने मदरसों को खोले जाने का आदेश जारी कर दिया है. मदरसों में पुन: शिक्षा प्रारंभ करने के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए नंदी ने बताया कि मदरसों में सैनिटाइजर, हैंडवॉश, थर्मल स्क्रीनिंग एवं प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्यार्थी या शिक्षक या अन्य कार्मिक को खांसी, बुखार के लक्षण प्राथमिक उपचार हेतु पाए जाते हैं तो उसे वापस घर भेज दिया जाए. मदरसों में कोविड से बचाव के होंगे विशेष इंतेजाम

यूपी के मदरसों में मदरसा प्रबंधन द्वारा अतिरिक्त मात्रा में मास्क उपलब्ध रखे जाएंगे. विद्यार्थियों को 6 फीट की दूरी पर बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी. इसी के साथ मदरसे के छात्रों, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को मास्क लगाकर ही मदरसे में प्रवेश दिया जाएगा.

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