लखनऊः भगवान श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या की तर्ज पर ही उनके अनुज लक्ष्मण की नगरी के रूप में प्रसिद्ध प्रदेश की राजधानी लखनऊ यानी लक्ष्मण नगरी को विकसित किए जाने की योजना बनाई गई है. उत्तर प्रदेश के आवास विकास विभाग के निर्देश पर लक्ष्मण नगरी को राम की नगरी अयोध्या की तरह विकसित करने और धार्मिक पौराणिक व संरक्षित स्थलों को संरक्षित किया जाएगा. इसको पूरा लेकर एक सिटी डेवलपमेंट प्लान बनाने का फैसला किया है.
मास्टर प्लान में इनका रखा जाएगा ध्यान, ये होंगे काम
राज्य सरकार के आवास विकास विभाग के निर्देश पर लखनऊ विकास प्राधिकरण की 22 मई को प्रस्तावित बोर्ड बैठक में इसे मंजूरी भी दिए जाने की आधिकारिक जानकारी मिल रही है. सिटी डेवलपमेंट प्लान के अंतर्गत मास्टर प्लान बनाया जाएगा और इसमें ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व वाले स्थलों के सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण के कार्य कराने का काम होगा. साथ ही तालाबों, जलाशयों झीलों आदि को शामिल करने के साथ ही वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, रिजर्व फॉरेस्ट, पर्यावरण एवं वन और अन्य क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा जाएगा.
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सीएम के निर्देश पर हो रहे हैं ये काम
आवास विकास विभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने फोन पर बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद प्रदेश के 14 शहरों को अयोध्या की तर्ज पर विकसित करने और वहां पर्यटन के अवसर अधिक से अधिक सृजित करने के निर्देश दिए गए थे. इसी क्रम में अब लखनऊ शहर को शामिल किया गया है और इसके लिए काम कराया जाना है. सिटी डेवलपमेंट प्लान और मास्टर प्लान बनाकर शहर को और बेहतर ढंग से विकसित करने का काम कराया जाएगा.
राजधानी का होगा कायाकल्प, पयर्टन को और मिलेगा बढ़ावा
मुख्य रूप से राजधानी को अयोध्या की तरह ही विकसित करने और भविष्य की जरूरतों के आधार पर कायाकल्प कराने का काम कराया जाएगा. इसके अंतर्गत राजधानी के ऐतिहासिक धरोहरों का सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण कार्य कराने से यह शहर खूबसूरत दिखेंगे. जिसके चलते यहां पर पर्यटन को और बढ़ावा दिया जा सकेगा. इसके माध्यम से लोगों को रोजगार भी मिलेगा. इसमें और बेहतर काम करते हुए इसे बढ़ावा दिया जा सकेगा.
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मास्टर प्लान में होंगे बदलाव
मुख्य रूप से मास्टर प्लान में तमाम महत्वपूर्ण कार्यों को उल्लेख करते हुए उनके लिए स्थान चिन्हित करने का काम होगा तो एक समायोजित भी मास्टर प्लान बनाया जाएगा. जिसके अंतर्गत कुछ कार्यालय आदि को एक जगह से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किए जाने की बात भी कही जा रही है. हालांकि जब सिटी डेवलपमेंट प्लान बनाया जाएगा तब जरूरत के अनुसार उस पर फैसला किया जाएगा.
इस तरह के होंगे काम
इसके अंतर्गत शहर के धार्मिक और संरक्षित ऐतिहासिक इमारतों को संरक्षित करने व नदियों के किनारे प्रमुख घाटों को सुंदरीकरण करके उन्हें और अधिक विकसित करने सहित शहर के तमाम छोटे-बड़े पार्कों को संवारने का काम कराया जाएगा. इसके अंतर्गत शहर के जो ऐतिहासिक धरोहर से जुड़े प्रमुख स्थान हैं जैसे रूमी गेट, छोटा व बड़ा इमामबाड़ा, सफेद बारादरी, बेगम हजरत महल पार्क कुड़िया घाट या नदियों के जो अन्य घाट हैं उन्हें और अधिक संवारने और संरक्षित करने का काम कराया जाएगा.