लखनऊ : केंद्र सरकार के शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स जारी किया. इस इंडेक्स में टॉप टेन में उत्तर प्रदेश का कोई भी शहर नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा आबादी वाले शहरों में बेंगलुरू सबसे बेहतर है. वहीं कम आबादी वाले शहरों में शिमला सबसे आगे है. हालांकि उत्तर प्रदेश राज्य की बात करें तो राजधानी लखनऊ रहने के लिहाज से सर्वोत्तम है.
केंद्र सरकार की जारी ईज आफ लिविंग जीवन जीने की सुगमता रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश भले ही देश के शीर्ष 10 शहरों में नहीं है, पर उत्तर प्रदेश के लिहाज से लखनऊ सबसे बेहतर है. 2018 में रिलीज की गई रिपोर्ट में लखनऊ की देशभर में रैंकिंग 73 थी, जो अब और बेहतर होकर 26 हो गई है. जिस तरह से लखनऊ की रैंकिंग में सुधार आया है, निश्चित रूप से राजधानी लखनऊ के लिए यह सकारात्मक संदेश है. ईज आफ लिविंग रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ का प्रदर्शन लगातार बेहतर हो रहा है. यह आकलन शहर के विकास के अलावा आर्थिक क्षमता के साथ-साथ जीवन जीने की गुणवत्ता के मानकों पर भी किया जाता है.
क्या कहते हैं अधिकारीकेंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए इंडेक्स के बारे में नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि इस रिपोर्ट में बहुत सारे पैरामीटर होते हैं, जिनके आधार पर इस रिपोर्ट को जारी किया जाता है. इस रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था, संस्कृति, सड़कों की स्थिति, पानी की उपलब्धता, बिजली की उपलब्धता, सीवरेज जैसी चीजें हैं जिन्हें पैमाना बनाया जाता है.
'सभी विभागों को करना होगा अच्छा काम'पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि सभी विभागों को अच्छी तरह से काम करना होगा और निश्चित रूप से जिस तरह से लखनऊ की रैंकिंग में सुधार हो रहा है आने वाले वर्ष में लखनऊ इस रैंकिंग में पहले स्थान पर होगा.
इन सुविधाओं को और सुधारा जाएगानगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण का कहना है कि निश्चित रूप से ट्रांसपोर्टेशन की सही व्यवस्था के साथ-साथ सड़कों का निर्माण, पर्यावरण, पानी की आपूर्ति और सभी घरों को सीवरेज से कनेक्ट किया जाएगा. इसके लिए ट्रीटमेंट की भी व्यवस्था की जाएगी. जिस तरह से लखनऊ ने इस बार 55 से ज्यादा अंक हासिल किए हैं, निश्चित रूप से आने वाले समय में लखनऊ इंडेक्स में पहले नंबर पर आएगा.
रंग लाएगी लोगों की मेहनत
बताते चलें कि लखनऊ नगर निगम लखनऊ को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए प्रयासरत है. ऐसे में लखनऊ नगर निगम अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ-साथ लखनऊ की जनता से भी लखनऊ को साफ-सुथरा बनाए रखने की अपील कर रहा है, ताकि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में लखनऊ नगर निगम को पहला स्थान दिलाया जा सके.
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