लखनऊः पूरे देश में फैले कोरोना संक्रमण के कारण हर सेक्टर प्रभावित हुआ है लेकिन राजधानी लखनऊ का जलकल विभाग संक्रमण काल में भी फायदे में रहा. यही कारण है कि विगत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जलकल विभाग ने एक करोड़ 27 लाख रुपये का अधिक टैक्स वसूला.
2019 में वसूले थे 130.26 करोड़ रुपये
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि विगत वर्ष 2019 में जहां जलकल विभाग ने 130.26 करोड़ के राजस्व की वसूली की थी. वहीं 2020 से लेकर 31 जनवरी 2021 तक जल कल ने 131.53 करोड़ रुपये से अधिक की राजस्व वसूली की जो निश्चित रूप से एक करोड़ 27 लाख रुपये अधिक है.
बड़े बकायेदारों के विरुद्ध जारी होती है लाल पर्ची
जलकल के अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि सीवरेज व वाटर टैक्स की वसूली के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है. बकाया शुल्क न जमा करने वाले बड़े बकायेदारों के विरुद्ध लाल पर्ची जारी की जाती है. लाल पर्ची जारी हो जाने के बाद ही अधिकतर बड़े बकायेदारों अपना शुल्क जमा कर देते हैं. अन्यथा की स्थिति में रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाती है जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाती है.
चार लाख 32 हजार संपत्तियों को किया जा चुका है रजिस्टर्ड
जलकल के अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश सिंह का कहना है कि जलकल विभाग लगातार ऑनलाइन की तरफ आगे बढ़ रहा है. यही कारण है कि अब तक 432000 संपत्तियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है और आगे भी यह कार्य किया जा रहा है. जिससे राजधानी लखनऊ की सभी संपत्तियां ऑनलाइन उपलब्ध रहें.