लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत परिवहन निगम के एमडी डॉ राजशेखर ने प्राइवेट ऑपरेटर से एडिशनल पेमेंट लेने के मामले में आज लखनऊ रीजन के कई अधिकारियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. लखनऊ परिक्षेत्र के अधिकारियों ने प्राइवेट बस ऑपरेटर्स से डीजल पेमेंट और संचालन को जोड़कर जो भुगतान करना होता है, उस में लगभग 45 लाख रुपये अतिरिक्त अपने पास ले लिया है.
इसकी शिकायत के बाद एमडी डॉ राजशेखर ने मामले की जांच करा ली और जांच में दो लेखाकार जिम्मेदार पाए गए जिन्हें तत्काल प्रभाव से बरखास्त कर दिया गया है. यही नहीं लखनऊ परिक्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक वित्त संजीव कांत को निलंबित कर दिया गया है और लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस, तत्कालीन एआरएम कैसरबाग अमरनाथ सहाय को शो कॉज नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. एमडी डॉ राजशेखर ने इस मामले में इन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी अनुबंधित वाहन स्वामियों के बिलों की जांच करने के निर्देश दिए हैं, जिससे इस प्रकार की लापरवाही अगर अन्य क्षेत्रों में हो रही है तो वह भी सामने आ सके.