लखनऊ : बीते बुधवार को परिसर में हुई दो मारपीट की घटनाओं के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है. बिना परिचय पत्र के किसी को भी भीतर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी जांच के लिए कई टीमें तैनात की हैं. चीफ प्राॅक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी (Lucknow University Chief Proctor) ने टीम के साथ पूरे परिसर में चेंकिंग अभियान चलाया. इस दौरान कुछ संदिग्ध छात्रों को परिसर के बाहर किया. लखनऊ विश्वविद्यालय में बीते बुधवार को हुई मारपीट के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन सतर्क हो गया है. छात्र-छात्राओं की सुरक्षा और परिसर में शांति का माहौल बना रहे, इसके लिए लगातार परिसर में जांच अभियान चलाया जा रहा है.
इस दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय में चीफ प्रॉक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी (Lucknow University Chief Proctor) और उनकी टीम के अन्य सदस्यों ने पूरे परिसर में सघन चेकिंग चलाया. जिसमें उन्होंने छात्र-छात्राओं से आई कार्ड और उनके कक्षाओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही छात्र-छात्राओं को हिदायत दी गयी कि सभी सीधे अपनी क्लास में जाएं और परिसर में इधर-उधर चहलकदमी न करें. साथ ही बाहरी व्यक्तियों और छात्रों को भी सलाह दी गयी कि यदि वह अपने किसी काम से आते हैं तो परिसर में परीक्षा भवन से लेकर प्रशासनिक भवन तक ही रहें. परिसर में अनावश्यक प्रवेश न करें. यदि किसी भी प्रकार के अराजक कार्यों में संलिप्ता पाई जाती है तो उनके खिलाफ तत्काल विधिक कार्रवाई करते हुए पुलिस को सौंप दिया जाएगा.
कुलपति ने बढ़ाया हौसला : विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने मैदान पर पहुंचकर हर खिलाड़ी, कोच से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन भी किया. उन्होंने प्रशिक्षक और खिलाड़ियों से अभ्यास की पूरी जानकारी ली. साथ ही कहा कि शिमला में वे पूरी ताकत से प्रदर्शन करें. जिस खेल उपकरण की आवश्यकता होगी उसे उपलब्ध कराया जाएगा. इस कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष प्रो. रूपेश कुमार, मुख्य कुलानुशासक प्रो. राकेश द्विवेदी, क्रिकेट क्लब प्रेसिडेंट डॉ. अजय कुमार आर्या, डॉ. संगीता साहू, डॉ. ओपी शुक्ला, डॉ. अल्वी और अन्य मौजूद रहे.