लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है. तमाम कोशिशों के बाद भी ट्रैफिक पुलिस पीक आवर में सड़कों में ट्रैफिक स्मूथ नहीं चलवा पा रही है. ऐसे में निजी सुरक्षा गार्ड की सहायता लेने के बाद अब आम लोगों की मदद से ट्रैफिक पुलिस जाम से निजात पाने की कोशिश करेगी. इसके लिए शहर के हर चौराहे पर मौजूद दुकानदारों को ट्रैफिक पुलिस वालंटियर बनाएगी.
राजधानी की जिस बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था के चलते तीन डीसीपी और पुलिस कमिश्नर तक हटाए जा चुके हैं, वो ट्रैफिक व्यवस्था अब तक पटरी पर नहीं आ सकी है. लिहाजा कुछ माह पूर्व ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए शहर के 16 चौराहों पर निजी सुरक्षा गार्ड तैनात किए थे, जिसके लिए पुलिस ने एक स्वयं सेवी संस्था की मदद ली थी, हालांकि एक माह में ही ये सभी निजी गार्ड चौराहों से गायब हो गए. पुलिस कमिश्नरेट ने अब आम लोगों की मदद लेने का फैसला लिया है, जिनकी मदद से चौराहों पर लगने वाले जाम से निजात पाया जा सके.
आम लोगों को वालंटियर बनाएगी ट्रैफिक पुलिस : डीसीपी ट्रैफिक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि 'शहर में किस चौराहे और सड़क पर जाम लगा है, उसकी जानकारी ट्रैफिक पुलिस को नहीं मिल पाती है. ऐसे में कभी कभी सोशल मीडिया के माध्यम से जरूर सूचना मिल जाती है, लेकिन हर सड़क या चौराहे पर लगे जाम की सूचना मिल पाए ये संभव नहीं हो पाता है. ऐसे में जरूरी है कि आम लोग ट्रैफिक पुलिस से जुड़ें, जिससे हमें समय पर सूचना मिले और जाम छुड़वाया जा सके.'
हर एक एंबुलेंस के लिए फ्री रूट तैयार करेगी पुलिस : डीसीपी ने बताया कि 'इसके अलावा हम एंबुलेंस को लेकर भी योजना तैयार कर रहे हैं. बीते दिनों ट्रैफिक जाम लगने के कारण एंबुलेंस फंस जाने की घटना दोबारा न हो इसके लिए अब हम शहर भर की हर एंबुलेंस को फ्री रूट देने की कवायद कर रहे हैं. इसके लिए शहर के हर एक एंबुलेंस फिर वो सरकारी हो या प्राइवेट सभी को ट्रैफिक कंट्रोल नम्बर 9454405155 बताया जा रहा है. उनसे कहा जा रहा है कि जब भी वो मरीज लेकर जिस रूट से होकर जाना हो तो कंट्रोल नम्बर पर कॉल कर पहले ही सूचित कर दें, जिसके बाद ट्रैफिक कर्मी पहले से ही संबंधित रूट को खाली करवा देगा, जिससे आसानी से एंबुलेंस अपने गंतत्व स्थान तक पहुंच जाए.'