लखनऊ : राजधानी में एक बेटे की संवेदनहीनता की पराकष्ठा देखने को मिली है. बताया जा रहा है कि 85 वर्षीय मां का इलाज कराने की बात कह कर बेटा हरदोई से लखनऊ लाया था और अवध चौराहे के पास सड़क किनारे छोड़ कर कहीं लापता हो गया. सड़क किनारे बारिश में भीगती और ठुठरती बुजुर्ग को देख राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने बुजुर्ग का इलाज कराया और वृद्धा आश्रम भेजवाया दिया. फिलहाल पुलिस बुजुर्ग के बेटे की तलाश कर रही है.
राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि रविवार शाम उन्हें कुछ दुकानदारों का कॉल आया थी. बताया गया कि अवध चौराहे पर एक बुजुर्ग महिला बारिश में भीग रही है और काफी देर से परेशान है. मौके पर पुलिस ने पहुंच कर बुजुर्ग महिला से बात करनी चाही तो कुछ देर तक वह शांत रही और बाद में फफक फफक कर रोने लगी. बुजुर्ग ने बताया कि उसका बड़ा बेटा इलाज कराने की बात कह कर हरदोई से लखनऊ लाया था और यहां छोड़ कर कहीं चला गया है.
इंस्पेक्टर के अनुसार बुजुर्ग से बातचीत करने पर पता चला कि उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं और वह बेटों के पास रहती है. बेटों ने उनकी सारी संपत्ति बेच दी है. बीते कुछ महीनों से वह बीमार है. कुछ दिन तो बेटों ने इलाज करवाया, लेकिन शायद अब मैं उन पर बोझ बन गई हूं. शनिवार को बड़ा बेटा इलाज कराने की बात कह कर हरदोई से लखनऊ लाया था कि बड़े अस्पताल में उनका इलाज करवाना है. जब वह लखनऊ पहुंची तो उन्हें सड़क किनारे छोड़ पेट्रोल भरवाने की बात कह कर चला गया है. उसके बाद दो दिनों तक वह उसी जगह खड़ी रहीं, लेकिन बेटा नहीं आया. इंस्पेक्टर ने बताया कि फिलहाल बुजुर्ग काफी भीग गई थी जिस वजह उनका इलाज करवा कर पास के ही वृद्धा आश्रम में भेज दिया है. बुजुर्ग के बेटों की तलाश की जा रही है.
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