लखनऊ: मलिहाबाद थाना क्षेत्र के कुसभरी गांव में हिमेश त्रिवेदी की मौत मामले में पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं. हालांकि पुलिस प्रेम प्रसंग समेत विभिन्न बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है. वहीं पुलिस का कहना है पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेड इंजरी आई हुई है.
पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप
बता दें कि गत मंगलवार को मलिहाबाद थाना क्षेत्र में हिमेश त्रिवेदी (22) का शव संदिग्ध परिस्थितियों पर उनके पैतृक आवास पर मिला. पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर चार लोगों को नामजद किया है. दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. वहीं मृतक के परिजनों की मानें तो पुलिस हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बजाए उन्हें बचाने का आरोप लगा रही है.
प्रेम प्रसंग से भी जोड़ा मामला
हिमेश के पिता जगदीश त्रिवेदी का आरोप है कि उनके बेटे को गांव के ही सत्य नारायण, राम अवध, जुगल और एकजूते ने मिलकर उसकी हत्या की है. इस मामले पर एसपी ग्रामीण हृदेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. इसमें प्रेम प्रसंग मामले को भी जोड़ा गया है. इसके साथ ही कई अहम बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है. उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आरोपी बख्शा नहीं जाएगा.
चार आरोपियों को किया नामजद
आपको बता दें कि, कुस बारी गांव निवासी हिमेश रोजाना की तरह सोमवार की रात को भी अपने पैतृक आवास में सोने गया हुआ था. जहां पर अन्य लोग गांव के बाहर बने मकान में रह रहे थे. मंगलवार सुबह हिमेश काफी देर तक नहीं पहुंचा तो उसका बड़ा भाई उसे जगाने पहुंचा. जहां कमरे में उसका शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था. वहीं मृतक हिमेश के मुंह से खून भी निकल रहा था. इसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच करते हुए हिमेश के बाबा कृष्ण कुमार त्रिवेदी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया था. इसमें चार लोगों के खिलाफ नामजद हत्या का आरोप दर्ज किया गया है.