लखनऊ: उन्नत भारत अभियान के अंतर्गत बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय ने पांच गांवों को गोद लिया है. गोद लिए गए गांवों में दादूपुर, औरावा, रामचौरा, चकौली, मीरानपुर पिनवट शामिल हैं. विश्वविद्यालय के नोडल ऑफिसर प्रोफेसर नवीन कुमार अरोरा एवं समन्वयक प्रोफेसर शिल्पी वर्मा ने गोद लिए गए पांचों गांवों, के प्रधान एवं खंड विकास अधिकारी से मिलकर लॉकडाउन के समय उनकी समस्याओं को जाना और उसका निवारण भी साझा किया.
फसल की कटाई में भी सामाजिक दूरी का करें पालन
इस अवसर पर ग्राम प्रधानों को प्रोफेसर नवीन कुमार अरोरा ने बताया कि आप सभी लोग आपस में 2 गज की दूरी का पूरा ध्यान रखें. कोई भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है. चाहे उसमें कोई लक्षण दिख रहे हों या नहीं. यदि कोई व्यक्ति गांव में बाहर से आता है तो उसकी सूचना तत्काल प्रशासन को दें. 14 दिनों के लिए उन्हें क्वारंटाइन करवाएं. फसल की कटाई में भी सामाजिक दूरी का पालन करें.
स्वामित्र योजना के बारे में बताया
प्रोफेसर शिल्पी वर्मा ने सभी को स्वामित्र योजना के बारे में बताया कि आप सभी इसका लाभ उठा सकते हैं, जिसके माध्यम से ड्रोन कैमरे से ग्रामीण क्षेत्रों की रूरल मैपिंग की जाएगी. इसके प्रथम चरण में यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा और उत्तराखंड में यह योजना शुरू की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि ई-ग्राम स्वराज पोर्टल को सभी लोग डाउनलोड करें, जिसमें सिंगल इंटरफेस में ग्राम पंचायत एवं उसके कार्यों का पता चल सकता है. यह इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड मैपिंग में मदद करेगा.
प्रोफेसर नवीन अरोरा ने सभी को व्हाट्सएप ग्रुप के बारे में सूचना दी, जो खंड विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान एवं बीबीएयू उन्नत भारत टीम का ग्रुप बनाया गया है. इस पर गांव के सभी लोग अपने गांव से संबंधित समस्या साझा कर सकते हैं.