लखनऊ : उत्तर प्रदेश साधन सहकारी समितियों के चुनाव के लिए आज तमाम जिलों में नामांकन की प्रक्रिया अपनाई गई. नामांकन के दौरान तमाम जिलों की साधन सहकारी समितियों के निर्वाचन के लिए एक ही उम्मीदवार की तरफ से नामांकन दाखिल किए गए जिसकी वजह से निर्विरोध निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हुई सहकारी निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के अनुसार पूरा रिजल्ट दो तीन दिनों में निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दिया जा सकेगा. वहीं आज देश भर के तमाम जिलों में साधन सहकारी समितियों के निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान तमाम तरह की अनियमितताओं को लेकर समाजवादी पार्टी ने सहकारी समिति निर्वाचन आयोग शिकायत दर्ज कराई है.
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त उप्र राज्य सहकारी समिति निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में शिकायत की है कि राज्य सहकारी समिति निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रदेश में साधन सहकारी समितियों के चुनाव में नामांकन तिथि 14 मार्च 2023 घोषित है. प्रदेश के इटावा, मैनपुरी, लखीमपुर, सीतापुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, जौनपुर, झांसी सहित विभिन्न जिलों में नामांकन पत्र न दिए जाने तथा भाजपा कार्यकर्ताओं को निर्विरोध समितियों के निदेशक बनाने की साजिश की जा रही है. प्रदेश के मैनपुरी, इटावा, लखीमपुर, सीतापुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, जौनपुर, झांसी आदि विभिन्न जनपदों में 14 मार्च 2023 को समितियों के चुनाव में मौके पर अधिकांश चुनाव अधिकारी मौजूद नहीं है तथा नामांकन पत्र भी नहीं दिया जा रहा है और चुनाव अधिकारी फोन भी नहीं उठा रहे हैं.
समाजवादी पार्टी ने मांग की है कि इटावा, मैनपुरी, लखीमपुर, सीतापुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, जौनपुर, झांसी सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में सहकारिता चुनाव के लिए नामांकन पत्र उपलब्ध कराया जाए तथा नामांकन प्रक्रिया को बाधित करने वाले अधिकारी, कर्मचारी को दंडित किया जाए. इटावा के सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक ब्रजभूषण के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए और प्रदेश में सहकारिता के चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से कराए जाए. जनपद इटावा में सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक सहकारिता ब्रजभूषण ने निर्वाचन प्रक्रिया को बाधित करते हुए आदर्श आचार संहिता के विरुद्ध 13 मार्च 2023 को चुनाव से जुड़े कई अधिकारियों, कर्मचारियों का मनमाने ढंग से स्थानान्तरण करके चुनाव को प्रभावित करने का काम कर किया है. ब्रजभूषण भाजपा के जिलाध्यक्ष इटावा के निर्देश पर कार्य कर रहे हैं. सपा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त वीके मोहन्ती से मांग की है कि जिन जनपदों में नामांकन फार्म नहीं दिए गए, निर्वाचन अधिकारी कार्यालयो में नहीं बैठे और न फोन उठाया. ऐसे सभी जनपदों में नामांकन की नई तिथि निर्धारित कर तथा पर्यवेक्षक भेजकर नामांकन प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से कराया जाए. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने सभी जनपदों के जिलाधिकारियों से वार्ता करने तथा उक्त के संबंध में निर्देश देने का आश्वासन दिया है.
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