लखनऊ : भारतीय मजदूर किसान सेवा संगठन व भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के बैनर तले शनिवार को बीकेटी बाजार में एक दिवसीय किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. इस महापंचायत के दौरान किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गई और सरकार से मांग की गई. कहा गया कि किसानों की समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाए. इस दौरान किसान महापंचायत में सैकड़ों किसानों व कई किसान संगठनों ने हिस्सा लिया.
बता दें, आज भारतीय मजदूर किसान सेवा संगठन व भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन द्वारा एक दिवसीय किसान महापंचायत का आयोजन हुआ था. जिसमें कई किसानों के संगठन व किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान पंजाब से आए क्रांतिकारी किसान यूनियन के राज्य अध्यक्ष डॉ. दर्शन पाल ने बताया कि बीकेटी बाजार में यूपी के किसानों के कई संगठनों द्वारा किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. जिसमें 15 सूत्री मांगों को लेकर चर्चा की गई है. जिसमें एमएसपी कानूनी गारंटी देने, सभी फसलों की एमएसपी की खरीद की गारंटी लागू करने,गन्ने का रेट लगभग 750 रु प्रति क्विंटल करने की मांग रखी गई. जिससे किसानों का लागत मूल्य निकल कर कुछ मुनाफा हो सके. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में छुट्टा जानवरों को लेकर किसान काफी परेशान हैं. इसकी भी उचित व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई और बढ़ी हुई विद्युत दर की वापसी, सरकारी नलकूपों पर मीटर हटवाने, दिल्ली में चल रहे धरना प्रदर्शन करने के समय केंद्र सरकार के द्वारा किए गए वादे को पूरा करने, लखीमपुर नरसंहार में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी को पद से बर्खास्त किए जाने आदि कई ऐसे मुद्दे हैं जिन को लेकर आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था.
उन्होंने बताया कि दूसरे दौर की किसान महापंचायत 20 मार्च को दिल्ली में भी आयोजित होने जा रही है. उसकी तैयारियों को लेकर भी महापंचायत में चर्चा की गई है. उनका आरोप था कि लगातार सरकार किसानों को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही है. सरकार द्वारा लगातार किसानों से वादे किए जाते हैं कि सरकार उनके हित मे कार्य कर रही है, लेकिन किसानों के हित में कोई भी कार्य होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो मजबूरन किसानों को आंदोलन करना पड़ेगा. इस दौरान भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष जीत बहादुर, मान सिंह अतुल अंजान, तेजिंदर सिंह विर्क, डॉ. आशीष मित्तल, डॉ. सुनील आदि कई पदाधिकारी व किसान मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें : Agra में किसान विकास पत्र के नाम पर ठगी, डाकघर कर्मचारियों और एजेंट ने 3 लाख ठगे
Kisan Mahapanchayat in Lucknow : 15 सूत्रीय मांगों को लेकर लखनऊ में जुटे देश व प्रदेश के किसान, आंदोलन की चेतावनी - लखनऊ में किसान महापंचायत
किसानों की समस्याओं (Kisan Mahapanchayat in Lucknow) पर चर्चा और 15 सूत्रीय मांगों को लेकर भारतीय मजदूर किसान सेवा संगठन व भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के बैनर तले शनिवार को बीकेटी बाजार में किसान महापंचायत हुई. इस दौरान किसानों ने मांगों पर जल्द अमल न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी.
लखनऊ : भारतीय मजदूर किसान सेवा संगठन व भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के बैनर तले शनिवार को बीकेटी बाजार में एक दिवसीय किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. इस महापंचायत के दौरान किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गई और सरकार से मांग की गई. कहा गया कि किसानों की समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जाए. इस दौरान किसान महापंचायत में सैकड़ों किसानों व कई किसान संगठनों ने हिस्सा लिया.
बता दें, आज भारतीय मजदूर किसान सेवा संगठन व भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन द्वारा एक दिवसीय किसान महापंचायत का आयोजन हुआ था. जिसमें कई किसानों के संगठन व किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान पंजाब से आए क्रांतिकारी किसान यूनियन के राज्य अध्यक्ष डॉ. दर्शन पाल ने बताया कि बीकेटी बाजार में यूपी के किसानों के कई संगठनों द्वारा किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. जिसमें 15 सूत्री मांगों को लेकर चर्चा की गई है. जिसमें एमएसपी कानूनी गारंटी देने, सभी फसलों की एमएसपी की खरीद की गारंटी लागू करने,गन्ने का रेट लगभग 750 रु प्रति क्विंटल करने की मांग रखी गई. जिससे किसानों का लागत मूल्य निकल कर कुछ मुनाफा हो सके. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में छुट्टा जानवरों को लेकर किसान काफी परेशान हैं. इसकी भी उचित व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई और बढ़ी हुई विद्युत दर की वापसी, सरकारी नलकूपों पर मीटर हटवाने, दिल्ली में चल रहे धरना प्रदर्शन करने के समय केंद्र सरकार के द्वारा किए गए वादे को पूरा करने, लखीमपुर नरसंहार में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी को पद से बर्खास्त किए जाने आदि कई ऐसे मुद्दे हैं जिन को लेकर आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया था.
उन्होंने बताया कि दूसरे दौर की किसान महापंचायत 20 मार्च को दिल्ली में भी आयोजित होने जा रही है. उसकी तैयारियों को लेकर भी महापंचायत में चर्चा की गई है. उनका आरोप था कि लगातार सरकार किसानों को नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रही है. सरकार द्वारा लगातार किसानों से वादे किए जाते हैं कि सरकार उनके हित मे कार्य कर रही है, लेकिन किसानों के हित में कोई भी कार्य होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो मजबूरन किसानों को आंदोलन करना पड़ेगा. इस दौरान भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष जीत बहादुर, मान सिंह अतुल अंजान, तेजिंदर सिंह विर्क, डॉ. आशीष मित्तल, डॉ. सुनील आदि कई पदाधिकारी व किसान मौजूद रहे.
यह भी पढ़ें : Agra में किसान विकास पत्र के नाम पर ठगी, डाकघर कर्मचारियों और एजेंट ने 3 लाख ठगे