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Social Welfare Department के छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा, जानिए किसको मिलेगा लाभ

उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले में प्रतिभा केंद्र खोलने तैयारी है. समाज कल्याण (राज्यमंत्री) असीम अरुण ने बताया कि इस बार बजट में हर जिले में प्रतिभा केंद्र खोलने का प्रावधान किया गया है. योजना के तहत राजकीय छात्रावास को प्रतिभा केंद्र बनाया जाएगा. इन छात्रावासों में छात्रों को निशुल्क कोचिंग, कौशल विकास व उधमिता का प्रशिक्षण दिया जाएगा.

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Published : Mar 7, 2023, 9:55 AM IST

Social Welfare Department के छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा.

लखनऊ : अतिपिछड़े अनुसूचित वर्ग के छात्रों के उत्थान के लिए समाज कल्याण विभाग प्रदेश के हर जिले में प्रतिभा केंद्र खोलने जा रहा है. इसके लिए जल्द ही विभाग स्तर पर कार्रवाई भी शुरू किए जाने की तैयारी हो रही है. इन प्रतिभा केन्द्रों पर छात्रों के अंदर स्किल डेवलप करने, नि:शुल्क कोचिंग और स्टार्ट अप और इनोवेशन करने संबंधी प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. योजना के मुताबिक सब कुछ सही रहा तो इस वित्तीय वर्ष में इनका संचालन शुरू हो जाएगा.

हर जिले में खुलेगा प्रतिभा केंद्र, 75 लाख रुपये की धनराशि आवंटित : उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण (राज्यमंत्री) असीम अरुण ने बताया कि इस बार बजट में हर जिले में प्रतिभा केंद्र खोलने के लिए बजट जारी किया गया है. इस योजना के तहत हर जिले में एक राजकीय छात्रावास को प्रतिभा केंद्र बनाया जाएगा. इन छात्रावासों में छात्रों को निशुल्क कोचिंग, कौशल विकास व उधमिता का प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही कोई छात्र अगर अपना को स्टार्टअप शुरू करना चाहता है, तो उसके लिए उसे विभाग की ओर से लोन मुहैया कराने की भी सुविधा दी जाएगी. समाज कल्याण विभाग ने इस बार के बजट में अलग से प्रावधान किया है. हर जिले में स्थापित होने वाले प्रतिभा केंद्रों पर करीब 75 लाख रुपये का खर्च विभाग द्वारा किया जाएगा. इन प्रतिभा केन्द्र पर स्किल सेंटर, नि:शुल्क कोचिंग और इनावेशन व स्टार्टअप के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.

छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा.
छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा.
प्रदेश में 250 से अधिक छात्रावास : समाज कल्याण विभाग के पूरे प्रदेश में समाज कल्याण विभाग द्वारा अलग-अलग जिलों में तकरीबन 250 हॉस्टलों का संचालन अनुसूचित व अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए संचालित करता है. वर्तमान में इनमें 220 हॉस्टल क्रियाशील स्थिति में है. ऐसे में समाज कल्याण विभाग हर जिले में एक-एक हॉस्टलों को प्रतिभा केन्द्र का रूप देने की तैयारी में है. मंत्री असीम अरुण ने बताया कि इन प्रतिभा केन्द्रों पर कौशल विकास मिशन के तहत स्किल सेंटर खोला जाएगा. जिससे अनुसूचित वर्ग के छात्रों को उनकी पसंद के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जा सके. इसके साथ ही आईएएस/पीसीएस की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी. वहीं छात्रों के अंदर इनोवेशन व स्टार्टअप डेवलप करने के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही स्टार्टअप में रुचि लेने वाले छात्रों को फंडिंग की भी व्यवस्था की जाएगी, जिससे वे अपना रोजगार खोल सकें. यह भी पढ़ें : Deputy CM Brajesh Pathak ने कहा-गांवों में मिलेगा तुरंत इलाज, दौड़ेंगी मोबाइल मेडिकल यूनिट

Social Welfare Department के छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा.

लखनऊ : अतिपिछड़े अनुसूचित वर्ग के छात्रों के उत्थान के लिए समाज कल्याण विभाग प्रदेश के हर जिले में प्रतिभा केंद्र खोलने जा रहा है. इसके लिए जल्द ही विभाग स्तर पर कार्रवाई भी शुरू किए जाने की तैयारी हो रही है. इन प्रतिभा केन्द्रों पर छात्रों के अंदर स्किल डेवलप करने, नि:शुल्क कोचिंग और स्टार्ट अप और इनोवेशन करने संबंधी प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा. योजना के मुताबिक सब कुछ सही रहा तो इस वित्तीय वर्ष में इनका संचालन शुरू हो जाएगा.

हर जिले में खुलेगा प्रतिभा केंद्र, 75 लाख रुपये की धनराशि आवंटित : उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण (राज्यमंत्री) असीम अरुण ने बताया कि इस बार बजट में हर जिले में प्रतिभा केंद्र खोलने के लिए बजट जारी किया गया है. इस योजना के तहत हर जिले में एक राजकीय छात्रावास को प्रतिभा केंद्र बनाया जाएगा. इन छात्रावासों में छात्रों को निशुल्क कोचिंग, कौशल विकास व उधमिता का प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही कोई छात्र अगर अपना को स्टार्टअप शुरू करना चाहता है, तो उसके लिए उसे विभाग की ओर से लोन मुहैया कराने की भी सुविधा दी जाएगी. समाज कल्याण विभाग ने इस बार के बजट में अलग से प्रावधान किया है. हर जिले में स्थापित होने वाले प्रतिभा केंद्रों पर करीब 75 लाख रुपये का खर्च विभाग द्वारा किया जाएगा. इन प्रतिभा केन्द्र पर स्किल सेंटर, नि:शुल्क कोचिंग और इनावेशन व स्टार्टअप के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.

छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा.
छात्रावासों को प्रतिभा केंद्र के तौर पर विकसित किया जाएगा.
प्रदेश में 250 से अधिक छात्रावास : समाज कल्याण विभाग के पूरे प्रदेश में समाज कल्याण विभाग द्वारा अलग-अलग जिलों में तकरीबन 250 हॉस्टलों का संचालन अनुसूचित व अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए संचालित करता है. वर्तमान में इनमें 220 हॉस्टल क्रियाशील स्थिति में है. ऐसे में समाज कल्याण विभाग हर जिले में एक-एक हॉस्टलों को प्रतिभा केन्द्र का रूप देने की तैयारी में है. मंत्री असीम अरुण ने बताया कि इन प्रतिभा केन्द्रों पर कौशल विकास मिशन के तहत स्किल सेंटर खोला जाएगा. जिससे अनुसूचित वर्ग के छात्रों को उनकी पसंद के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जा सके. इसके साथ ही आईएएस/पीसीएस की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी. वहीं छात्रों के अंदर इनोवेशन व स्टार्टअप डेवलप करने के लिए भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही स्टार्टअप में रुचि लेने वाले छात्रों को फंडिंग की भी व्यवस्था की जाएगी, जिससे वे अपना रोजगार खोल सकें. यह भी पढ़ें : Deputy CM Brajesh Pathak ने कहा-गांवों में मिलेगा तुरंत इलाज, दौड़ेंगी मोबाइल मेडिकल यूनिट
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