लखनऊ : राजधानी लखनऊ में दुकानों के सामने अतिक्रमण बड़ी समस्या है. अतिक्रमण करने में फुटपाथ के दुकानदारों के अलावा स्थाई दुकानदार भी जिम्मेदार हैं. अब नगर निगम प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है. मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले दिशा निर्देश के बाद राजधानी लखनऊ में जो दुकानदार हैं उनके दुकानों के सामने अतिक्रमण नहीं हो पाएगा. दुकान के सामने स्टील की रेलिंग लगाई जाएगी. जिससे दुकानदार न सिर्फ अपने सामान को बाहर नहीं रख पाएंगे और न ही गाड़ियां खड़ी कर पाएंगे. नगर निगम ने इसको लेकर पूरी कार्य योजना तैयार की है. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने मुख्य अभियंता महेश वर्मा को सदन में पास प्रस्ताव के क्रियान्वयन में निर्देशित किया कि वह ऐसे चौराहों और दुकानों के सामने तत्काल स्टील की रेलिंग लगाने का काम शुरू कराएं. साथ ही चेतावनी दी गई है कि इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बता दें, नगर निगम मुख्यालय से लेकर डीएम ऑफिस, हजरतगंज कोतवाली सहित पूरे शहर में सड़कों से लेकर फुटपाथ तक हर तरफ अतिक्रमण और अवैध कब्जे हैं. नगर निगम और पुलिस प्रशासन के संरक्षण में ही ये सब गोरखधंधा चलता है. इस समस्या के बाबत मुख्यमंत्री कार्यालय ने राजधानी के अतिक्रमण के खिलाफ डंडा चलाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो जिम्मेदार अफसरों की जवाबदेही तय करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
सीएम ऑफिस से मिली चेतावनी के बाद नगर निगम प्रशासन सख्ती के मूड में आ गया है. अब बाकायदा इस समस्या को दूर करने के लिए नगर निगम ने कार्ययोजना तैयार की है. जिसमें यह कहा गया है कि राजधानी की दुकानों के सामने स्टील की रेलिंग लगाई जाएगी. जिससे दुकानदार अपना सामान और किसी भी प्रकार का अतिक्रमण फुटपाथ या सड़क पर न कर सकें. इसको लेकर नगर निगम सदन में भी प्रस्ताव पास कर दिया गया है. नगर निगम की कार्ययोजना के अनुसार शहर के प्रमुख चौराहों के 50 मीटर के दायरे में अतिक्रमण मुक्त ट्रैफिक व्यवस्था के लिए अब दुकानों के बाहर स्टील की रेलिंग लगाई जाएगी. इससे दुकानों का सामान बाहर नहीं रखा जाएगा साथ ही दुकानों के सामने गाड़ियां भी नहीं खड़ी होंगी.