लखनऊ: कोरोना संकट के बीच राजधानी स्थित कोविड अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं. ऐसे में तमाम मरीज इलाज के अभाव में दम तोड़ रहे हैं. इस संकट को देखते हुए लखनऊ नगर निगम प्रशासन ने अपने कल्याण मण्डपों को कोविड हाॅस्पिटल में परिवर्तित करने का फैसला किया है. इसी उद्देश्य से शनिवार को मेयर संयुक्ता भाटिया ने महानगर, औरंगाबाद और जियामऊ स्थित कल्याण मण्डप का निरीक्षण किया.
ऑक्सीजनयुक्त होंगे नगर निगम के कोविड बेड
कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों में बेड की किल्लत दूर करने के लिए लखनऊ नगर निगम ने अनूठी पहल की है. लखनऊ में बेडों की संख्या बढ़ाने के लिए नगर निगम के कल्याण मण्डपों को कोविड हाॅस्पिटल में बदले जाने की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. शहर के महानगर, औरंगाबाद और जियामऊ स्थित कल्याण मण्डप को अब कोविड हाॅस्पिटल बनाया जाएगा. मेयर संयुक्ता भाटिया ने संबंधित मण्डपों का निरीक्षण किया है. यहां पर बनने वाले कोविड हाॅस्पिटल के बेड ऑक्सीजनयुक्त रहेंगे. आपातकालीन परिस्थितियों में नगर निगम जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराएगा.
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मेयर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि आज की आवश्यकता के अनुसार जनहित में चिकित्सा क्षेत्र में ऐसी व्यवस्था करनी होगी, जिससे कि आवश्यकता पड़ने पर लोंगो को मदद मिल सके. जरूरत पड़ने पर लोगों को ऑक्सीजन चिकित्सा सेवाएं भी दी जा सकें.
नगर निगम कर्मचारी संघ देगा 25 हजार रुपये
नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा ने बताया कि इन अस्पतालों को बनाने में नगर निगम के कर्मचारी भी सहयोग कर रहे हैं. कोविड अस्पतालों के लिए कर्मचारी संघ 25 हजार रुपये की धनराशि मदद के रूप में देगा.