लखनऊ: राजधानी की गोमती नदी में बड़ी मात्रा में जलकुंभी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने नगर निगम के यांत्रिक अभियंता पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. जिसके बाद नगर निगम और जल निगम के अधिकारी जागे. नगर विकास मंत्री की फटकार के बाद जल निगम और नगर निगम ने गोमती नदी का निरीक्षण किया और इसके साथ ही रणनीति के तहत आज से सफाई अभियान शुरू किया जो देर रात्रि तक चलता रहा.
इन स्थानों पर चला अभियान
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि नगर निगम और जल निगम के संयुक्त प्रयास से गोमती नदी में जलकुंभी हटाने का कार्य बुधवार सुबह से शुरू हुआ. इसके तहत पीपे वाले पुल पर एक जेसीबी और 7 नाव के साथ-साथ 31 श्रमिकों को लगाया गया था. यहां 36 टन जलकुंभी हटवाई गई. वहीं कुड़िया घाट पक्का पुल से झूलेलाल, झूलेलाल वाटिका से हनुमान सेतु, हनुमान सेतु से गोमती बैराज तक बड़ी संख्या में स्ट्रीमर और पोकलैंड मशीन सहित जेसीबी और नाव जलकुंभी निकालने के लिए लगाई गईं थी. गोमती नदी को साफ करने काम देर रात तक चलता रहा. नगर आयुक्त अजय द्विवेदी का कहना है कि 5 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के माध्यम से गोमती नदी को पूरी तरह से साफ किया जाएगा.
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बताते चलें कि नगर विकास मंत्री की फटकार के बाद जल निगम और नगर निगम के अधिकारियों ने गोमती नदी का निरीक्षण किया. और जिसके बाद से सफाई अभियान शुरू किया जो देर रात तक चलता रहा. 5 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के अंतर्गत गोमती नदी को पूरी तरह से साफ किया जाएगा.