लखनऊ: नगर निगम ने राजधानी की जनता को जागरूक करने के लिए गोमतीनगर स्थित 1090 चौराहे से लेकर नगर निगम मुख्यालय तक जागरूकता महारैली निकाली, लेकिन इस महारैली में जिस तरह से मंत्रियों के लिए महंगी लाल ऑडी की व्यवस्था की गई थी, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम में लालफीताशाही किस कदर हावी है.
बता दें कि लखनऊ नगर निगम ने राजधानी की जनता को जागरूक करने के लिए 1090 चौराहे से महारैली निकाली. इस महारैली में महंगी शाही कार ऑडी, महिंद्रा थार जैसी गाड़ियों की व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही महारैली में घोड़े, ऊंट और खच्चर भी लगाए गए थे. जनता को जागरूक करने के लिए जिस तरह से इस महारैली में महंगी गाड़ियों को मंगाया गया था, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम मंत्रियों की खातिरदारी करने में किस तरह से जी-जान से जुटा हुआ है.
क्या कहते हैं मंत्री
वहीं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह महारैली सिर्फ सरकार की रैली नहीं बल्कि जन-जन का कार्यक्रम बने इसलिए इस महारैली का आयोजन किया गया है. इसमें राजधानी लखनऊ की जनता का सहयोग चाहिए तभी हम लखनऊ को स्वच्छता की रैंकिंग में पहले स्थान पर ला सकेंगे.
नहीं आए चार मंत्री
नगर निगम द्वारा आयोजित इस जागरूकता महारैली में प्रदेश सरकार के आधा दर्जन मंत्रियों को शामिल होना था, लेकिन इस कार्यक्रम में संसदीय व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना व नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ही शामिल हुए, जबकि विधि व न्याय मंत्री बृजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार स्वाति सिंह, राज्यमंत्री मोहसिन रजा व मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर इस महारैली में नहीं शामिल हुए. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सांसद या मंत्री लखनऊ की जनता को जागरूक करने के लिए कितना गंभीर हैं.
इस महारैली में हिस्सा ले रहे नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि इस महारैली के माध्यम से राजधानी लखनऊ की जनता से आह्वान करना चाहता हूं कि लखनऊ को साफ-सुथरा बनाए रखें, जिससे 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण में लखनऊ को पहला स्थान दिलाया जा सके. इसीलिए यह महारैली निकाली गई है.
पहली रैंकिंग पर लाना प्राथमिकता
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि जिस तरह से नगर निगम स्वच्छता के मामले में 269वें स्थान पर था और उसके बाद 115वें स्थान पर आया है. विगत वर्ष 12वें स्थान पर आया है. वर्ष 2021 के स्वच्छता सर्वेक्षण में लखनऊ को पहला स्थान दिलाना है. यही कारण है कि इस महारैली के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है.