लखनऊ : राजधानी लखनऊ में नगर निगम प्रशासन और इकोग्रीन कंपनी के बीच खींचतान जारी है. इससे राजधानी लखनऊ में कूड़ा उठाने की व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है. शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं और नगर निगम प्रशासन कूड़ा उठाने की व्यवस्था को सही करने में फेल साबित हो रहा है. बड़े अधिकारी इको ग्रीन कंपनी से करार निरस्त करने या उसे काम आगे बढ़ाने में पूरी तरह से फेल साबित हो रहे हैं. इससे राजधानी लखनऊ के लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
ईटीवी भारत में शुक्रवार को राजधानी लखनऊ के कई क्षेत्रों कूड़ा उठाने व्यवस्था की पड़ताल की स्थिति काफी चौंकाने वाली मिली. तमाम जगहों पर कूड़े के बड़े-बड़े ढेर नजर आए और लोगों को इससे परेशान देखा गया. चौंकाने वाली बात है कि वीवीआइपी कॉलोनी मॉल एवेन्यू में भी कूड़े के ढेर नजर आए. गाड़ियों से कूड़ा लाकर माल एवेन्यू फ्लाईओवर के नीचे डंप किया जा रहा है. सबसे चौंकाने वाली बात तो यह निकली कि माल एवेन्यू में बहुजन समाज पार्टी के कार्यालय और उसके पास ही पूर्व मुख्यमंत्री बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का आवास है. बावजूद इसके नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही के चलते मायावती के बंगले के पास में ही कूड़ाघर बना दिया गया है. इससे आसपास के लोगों को भी तमाम तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
गोमतीनगर, निशातगंज, महानगर, मुंशी पुलिया, इंदिरानगर, आलमबाग, निरालानगर, अलीगंज, विकासनगर सहित कई इलाके ऐसे हैं जहां पर कूड़े की उठान की व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल है. नगर निगम अधिकारियों का दावा है कि इको ग्रीन कंपनी से जल्द ही इस विषय पर फाइनल बातचीत होगी. शासन स्तर पर तय किया जाना है कि इस कंपनी के साथ आगे काम बढ़ाना है या फिर इस कंपनी का टेंडर निरस्त करना है. पिछले कुछ समय पहले नगर निगम प्रशासन की तरफ से कूड़ा उठाने वाली चीनी कंपनी इको ग्रीन का टेंडर निरस्त करने की नोटिस भेजी गई थी, लेकिन इस पर अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है. वहीं दूसरी तरफ प्रशासन का दावा है कि वह अपने संसाधनों से लखनऊ में कूड़ा उठाने की व्यवस्था सुनिश्चित करा रहा है, लेकिन यह व्यवस्था पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रही. लखनऊ के लोगों को कूड़ा ना उठने से इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. जगह-जगह कूड़े के ढेर साफ नजर आते हैं और बदबू और मच्छरों से लोग परेशान हो रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक रविदास मेहरोत्रा कहते हैं कि नगर निगम के अधिकारी चीनी कंपनी इकोग्रीन को संरक्षण दे रहे हैं. इसकी वजह से राजधानी लखनऊ में कूड़ा उठान व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. लोगों को समस्याएं हो रही हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक तरफ चीनी सामान के बहिष्कार की बात करती है. वहीं दूसरी तरफ चीन की कंपनी से कूड़ा उठाने की व्यवस्था करा रही है, लेकिन यह भी पूरी तरह से कंपनी कूड़ा उठाने की व्यवस्था करने में फ्लॉप साबित हो चुकी है. अधिकारी इस कंपनी को संरक्षण देने का काम कर रहे हैं. लखनऊ में कूड़ा उठान की व्यवस्था बेहतर न होने से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इस पूरे मामले में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह का कहना है कि इकोग्रीन कंपनी को लेकर जल्द ही फैसला होने वाला है. इसके साथ ही लखनऊ में कूड़ा उठाने की व्यवस्था नगर निगम अपने संसाधनों के माध्यम से करा रहा है. जहां जो कमियां आदि हैं उसे भी व्यवस्थित कराने का काम किया जा रहा है.