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चीनी मांझे के कारण लखनऊ मेट्रो की रफ्तार पर कई बार लगा ब्रेक

यूपी की राजधानी लखनऊ में दिवाली के बाद जमकर पतंगबाजी हुई. इस दौरान चीनी मांझे के कारण लखनऊ मेट्रो का संचालन भी प्रभावित हुआ.

लखनऊ मेट्रो
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Published : Nov 17, 2020, 2:45 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने जमघट के दिन शहर के लोगों से मेट्रो क्षेत्र में पतंग न उड़ाने की अपील की थी, लेकिन यूपीएमआरसी की इस अपील का शहर के पतंगबाजों पर कोई असर नहीं हुआ. लोगों ने चीनी मांझा लगाकर जमकर पतंगबाजी की. जिसके कारण कई बार लखनऊ मेट्रो की रफ्तार पर ब्रेक लग गई. चीनी मांझे के कारण मेट्रो का संचालन चीनी मांझे के कारण कई बार प्रभावित हुआ.

कई बार रुकी मेट्रो
मेट्रो क्षेत्र के आस-पास जमघट के मौके पर जमकर पतंगबाजी की गई. चीनी मांझे की वजह से मेट्रो के संचालन में कई बार रुकावट आई. तार लगी पतंग कटने के बाद ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन पर जा गिरी. जिसके चलते मेट्रो अचानक रुक गई. हालांकि पहले से ही तैयार मेट्रो के इंजीनियरों ने फिर से लाइन बहाल कर मेट्रो का संचालन शुरू किया. एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक 21 स्टेशनों से संचालित होने वाली लखनऊ मेट्रो मवैया, चारबाग और आलमबाग क्षेत्रों में ट्रिपिंग के चलते रुक गई.

चीनी मांझे पर लगी है रोक
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने अपील की कि केंद्र सरकार ने चीनी मांझे के उपयोग पर रोक लगाई है. इसलिए इसका उपयोग गैरकानूनी है. यह पतंगबाज के लिए बेहद जानलेवा साबित हो सकता है. लखनऊ मेट्रो की जनसंपर्क अधिकारी पुष्पा बेलानी ने बताया कि हम सब बहुत अच्छे से जानते हैं कि लखनऊ मेट्रो 25,000 वोल्ट की धाराप्रवाह वाली ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन की सहायता से चलती है. अगर किसी पतंगबाज की डोर इसके संपर्क में आ जाती है तो उस पतंगबाज को काफी नुकसान हो सकता है. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान दो पुलिसकर्मी मांझे की चपेट में आकर चोटिल हो गए थे.

बेहद खतरनाक है मेट्रो क्षेत्र में पतंगबाजी
पुष्पा बेलानी ने बताया कि यूपीएमआरसीएल यह दोहराना चाहता है कि मेट्रो कॉरिडोर के पास पतंग उड़ाना बेहद खतरनाक है. ये जानलेवा साबित हो सकता है. इसके अलावा पतंग का तार ओएचई के ट्रिपिंग का कारण भी बनता है जिसके चलते मेट्रो सेवाएं बाधित हो जाती हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने जमघट के दिन शहर के लोगों से मेट्रो क्षेत्र में पतंग न उड़ाने की अपील की थी, लेकिन यूपीएमआरसी की इस अपील का शहर के पतंगबाजों पर कोई असर नहीं हुआ. लोगों ने चीनी मांझा लगाकर जमकर पतंगबाजी की. जिसके कारण कई बार लखनऊ मेट्रो की रफ्तार पर ब्रेक लग गई. चीनी मांझे के कारण मेट्रो का संचालन चीनी मांझे के कारण कई बार प्रभावित हुआ.

कई बार रुकी मेट्रो
मेट्रो क्षेत्र के आस-पास जमघट के मौके पर जमकर पतंगबाजी की गई. चीनी मांझे की वजह से मेट्रो के संचालन में कई बार रुकावट आई. तार लगी पतंग कटने के बाद ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन पर जा गिरी. जिसके चलते मेट्रो अचानक रुक गई. हालांकि पहले से ही तैयार मेट्रो के इंजीनियरों ने फिर से लाइन बहाल कर मेट्रो का संचालन शुरू किया. एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया तक 21 स्टेशनों से संचालित होने वाली लखनऊ मेट्रो मवैया, चारबाग और आलमबाग क्षेत्रों में ट्रिपिंग के चलते रुक गई.

चीनी मांझे पर लगी है रोक
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने अपील की कि केंद्र सरकार ने चीनी मांझे के उपयोग पर रोक लगाई है. इसलिए इसका उपयोग गैरकानूनी है. यह पतंगबाज के लिए बेहद जानलेवा साबित हो सकता है. लखनऊ मेट्रो की जनसंपर्क अधिकारी पुष्पा बेलानी ने बताया कि हम सब बहुत अच्छे से जानते हैं कि लखनऊ मेट्रो 25,000 वोल्ट की धाराप्रवाह वाली ओवर हेड इलेक्ट्रिफिकेशन की सहायता से चलती है. अगर किसी पतंगबाज की डोर इसके संपर्क में आ जाती है तो उस पतंगबाज को काफी नुकसान हो सकता है. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान दो पुलिसकर्मी मांझे की चपेट में आकर चोटिल हो गए थे.

बेहद खतरनाक है मेट्रो क्षेत्र में पतंगबाजी
पुष्पा बेलानी ने बताया कि यूपीएमआरसीएल यह दोहराना चाहता है कि मेट्रो कॉरिडोर के पास पतंग उड़ाना बेहद खतरनाक है. ये जानलेवा साबित हो सकता है. इसके अलावा पतंग का तार ओएचई के ट्रिपिंग का कारण भी बनता है जिसके चलते मेट्रो सेवाएं बाधित हो जाती हैं.

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