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उमस भरी गर्मी से बढ़ रहीं कई डिजीज, सरकारी अस्पतालों में आ रहे फोड़े फुंसी बुखार और उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीज - Government Hospitals of Lucknow

सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या डेढ़ से दो गुना तक बढ़ गई है. सबसे ज्यादा मरीज वायरल बुखार, उल्टी दस्त से पीड़ित हैं. साथ ही उमस के कारण जी मिचलाने और चक्कर आने सहित फोड़ा-फुंसी के भी मरीज 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पतालों की ओपीडी में भीषण भीड़ देखने को मिल रही है.

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Published : Aug 4, 2023, 6:39 PM IST

लखनऊ : इन दिनों राजधानी भीषण उमस की चपेट में है. जिसकी वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं. हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के जनरल फिजीशियन डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय मौसम में काफी उतार-चढ़ाव हो रहा है. इससे वायरल फीवर के मरीजों की तादात बढ़ी है. बदन में तेज दर्द, गले में खराश और दर्द, त्वचा पर हल्के धब्बे पड़ना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस होना, सिर दर्द होने के साथ तेज बुखार, खांसी की शिकायत के लक्षण वायरल फीवर से जुड़े हैं. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.

आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.


बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा ने बताया कि इधर कुछ दिनों से वायरल और त्वचा रोग के मरीज बढ़ गए हैं. इलाज के लिए चिकित्सकों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. अस्पताल में इन दोनों उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. इसके अलावा त्वचा रोग विभाग और नेत्र रोग विभाग में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है. इस समय आई फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है.

आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.

सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा के अनुसार आई फ्लू के मरीजों को इन बातों का ख्याल रखना होगा कि वह जहां भी जाएं काला चश्मा जरूर पहनें. साथ ही साथ पानी से बीच-बीच में आंखें जरूर लें. यह तेजी से फैलने वाली बीमारी है. इसलिए घर में अगर अन्य सदस्य है तो उन्हें दूर रहने के लिए कहें या फिर आप अलग अकेले कमरे में रहे. तीन से चार दिन में आई फ्लू ठीक हो जाता है. इसलिए इसमें अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है. अगर अधिक तकलीफ है तो नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाएं और दवा लें.

यह भी पढ़ें : पीजीआई में सर्जरी के लिए खरीदा जाएगा एक और रोबोट, शासन को भेजा गया प्रस्ताव

लखनऊ : इन दिनों राजधानी भीषण उमस की चपेट में है. जिसकी वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं. हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल के जनरल फिजीशियन डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय मौसम में काफी उतार-चढ़ाव हो रहा है. इससे वायरल फीवर के मरीजों की तादात बढ़ी है. बदन में तेज दर्द, गले में खराश और दर्द, त्वचा पर हल्के धब्बे पड़ना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, कमजोरी महसूस होना, सिर दर्द होने के साथ तेज बुखार, खांसी की शिकायत के लक्षण वायरल फीवर से जुड़े हैं. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.

आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
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बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा ने बताया कि इधर कुछ दिनों से वायरल और त्वचा रोग के मरीज बढ़ गए हैं. इलाज के लिए चिकित्सकों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. अस्पताल में इन दोनों उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. इसके अलावा त्वचा रोग विभाग और नेत्र रोग विभाग में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है. इस समय आई फ्लू से पीड़ित मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है.

आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
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आई फ्लू होने पर इन बातों का रखें ख्याल.
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सीएमएस डॉ. अतुल मेहरोत्रा के अनुसार आई फ्लू के मरीजों को इन बातों का ख्याल रखना होगा कि वह जहां भी जाएं काला चश्मा जरूर पहनें. साथ ही साथ पानी से बीच-बीच में आंखें जरूर लें. यह तेजी से फैलने वाली बीमारी है. इसलिए घर में अगर अन्य सदस्य है तो उन्हें दूर रहने के लिए कहें या फिर आप अलग अकेले कमरे में रहे. तीन से चार दिन में आई फ्लू ठीक हो जाता है. इसलिए इसमें अधिक घबराने की आवश्यकता नहीं है. अगर अधिक तकलीफ है तो नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाएं और दवा लें.

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