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Lucknow Medical News : शहरभर में संचालित हो रहे 100 से अधिक अवैध क्लीनिक, इसलिए नहीं होती कार्रवाई - स्वास्थ्य विभाग यूपी

राजधानी लखनऊ में अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पताल संचालित होने के कई मामले उजागर हो चुके हैं. सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह की शिकायत के अनुसार शहरभर में 100 से अधिक अवैध क्लीनक खुले हुए हैं. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को यह अनियमितता नजर नहीं आ रही है. नतीजतन अक्सर लोग इन जालसाज डाॅक्टरों के चंगुल में फंसकर जाने गवां देते हैं.

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Published : Mar 25, 2023, 3:44 PM IST

लखनऊ : शहर में अवैध क्लीनिक व अस्पताल का संचालन धड़ल्ले से हो रहे हैं. इन डॉक्टरों के चुंगल में फंसकर मरीज आए दिन अपनी जान गंवा रहे हैं. अहम बात यह है जिस अफसर पर इनकी निगरानी की जिम्मेदारी है वह एसी कमरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. इस बाबत सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री से ​शिकायत दर्ज कराई है. आराेप लगाया करीब 100 अस्पताल-क्लीनिक अवैध तरीके से चल रहे हैं. तमाम ​शिकायत बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अफसर जांच का हवाला देकर उसमें लीपापाेती कर रहे हैं.

बता दें, कृष्णानगर ​स्थित राज अर्चना हॉ​स्पिटल का संचालन काफी समय से हो रहा था. यहां पर बीते माह गर्भवती की मौत हो गई थी. परिजनों ने ​शिकायत की, जांच हुई तो पता चला कि अस्पताल का पंजीकरण तक सीएमओ आफिस में नहीं है. इसी तरह कई दुबग्गा इलाके के कई निजी अस्पताल-क्लीनिक के संचालन होने का हवाला देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह ने ​शिकायत दर्ज कराई है. आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अफसर जांच के नाम पर लीपापोती कर रहे हैं. बीते एक साल में करीब 200 सौ से अ​धिक ​शिकायतें आईजीआरएस जरिए निजी अस्पताल-क्लीनिक की दर्ज हुई हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इक्का दुक्का अस्पतालों पर कार्रवाई की. इसके कुछ दिन बीतते ही दोबारा उनके संचालन की अनुमति दे दी गई. विनोद सिंह ने चौक, गोलागंज, आईआईएम रोड, मड़ियांव ​भिठौली समेत अन्य जगह ​स्थित अस्पतालों का हवाला दिया गया है.

56 झोलाछाप डॉक्टरों की सूची दबाए हैं अफसर : सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह का आरोप है कि सीएमओ जरिए बीते साल जिले भर के झोलाछाप डॉक्टरों का रिकार्ड खंगलवाया गया था. इसमें सभी सीएचसी प्रभारियों को उनके क्षेत्र में चल रही अवैध क्लीनिक की सूची मांगी गई थी. इनमें से करीब 56 लोगों की सूची सभी सीएचसी प्रभारियों के जरिए भेजी गई. अहम बात यह है कि इस टीम के जरिए एक भी झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं की गई. जबकि बीते साल मासूम समेत चार लोगों की जान झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से हो गई थी.


तीन सेशन पर आधारित रहा यूथ-20 कार्यक्रम : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की ओर से उत्तर प्रदेश में यूथ 20 एंगेजमेंट ग्रुप की गतिविधियों के एक भाग के रूप में वाई-20 परामर्श कार्यक्रम की मेजबानी की गई. यह आयोजन जी-20 की भारत की अध्यक्षता का एक हिस्सा है. परामर्श कार्यक्रम 24 मार्च 2023 को तीन सेशन में आयोजित किया गया. तीन सेशन का कार्यक्रम में पहले सत्र में मेंटल हेल्थ, दूसरे में स्पोर्ट एवं तीसरे में योग, आयुर्वेद व भलाई पर चर्चा की गई. इस दौरान देश विदेश से आए विशेषज्ञों व स्पीकर्स ने छात्रों को के सवालों के जवाब भी दिए. कार्यक्रम यूथ-20 परामर्श कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नवीन सहगल और माननीय वाइस चांसलर, केजीएमयू लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी पीवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) भी मौजूद रहे.

लखनऊ : शहर में अवैध क्लीनिक व अस्पताल का संचालन धड़ल्ले से हो रहे हैं. इन डॉक्टरों के चुंगल में फंसकर मरीज आए दिन अपनी जान गंवा रहे हैं. अहम बात यह है जिस अफसर पर इनकी निगरानी की जिम्मेदारी है वह एसी कमरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. इस बाबत सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री से ​शिकायत दर्ज कराई है. आराेप लगाया करीब 100 अस्पताल-क्लीनिक अवैध तरीके से चल रहे हैं. तमाम ​शिकायत बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अफसर जांच का हवाला देकर उसमें लीपापाेती कर रहे हैं.

बता दें, कृष्णानगर ​स्थित राज अर्चना हॉ​स्पिटल का संचालन काफी समय से हो रहा था. यहां पर बीते माह गर्भवती की मौत हो गई थी. परिजनों ने ​शिकायत की, जांच हुई तो पता चला कि अस्पताल का पंजीकरण तक सीएमओ आफिस में नहीं है. इसी तरह कई दुबग्गा इलाके के कई निजी अस्पताल-क्लीनिक के संचालन होने का हवाला देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह ने ​शिकायत दर्ज कराई है. आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग के अफसर जांच के नाम पर लीपापोती कर रहे हैं. बीते एक साल में करीब 200 सौ से अ​धिक ​शिकायतें आईजीआरएस जरिए निजी अस्पताल-क्लीनिक की दर्ज हुई हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इक्का दुक्का अस्पतालों पर कार्रवाई की. इसके कुछ दिन बीतते ही दोबारा उनके संचालन की अनुमति दे दी गई. विनोद सिंह ने चौक, गोलागंज, आईआईएम रोड, मड़ियांव ​भिठौली समेत अन्य जगह ​स्थित अस्पतालों का हवाला दिया गया है.

56 झोलाछाप डॉक्टरों की सूची दबाए हैं अफसर : सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिंह का आरोप है कि सीएमओ जरिए बीते साल जिले भर के झोलाछाप डॉक्टरों का रिकार्ड खंगलवाया गया था. इसमें सभी सीएचसी प्रभारियों को उनके क्षेत्र में चल रही अवैध क्लीनिक की सूची मांगी गई थी. इनमें से करीब 56 लोगों की सूची सभी सीएचसी प्रभारियों के जरिए भेजी गई. अहम बात यह है कि इस टीम के जरिए एक भी झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं की गई. जबकि बीते साल मासूम समेत चार लोगों की जान झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से हो गई थी.


तीन सेशन पर आधारित रहा यूथ-20 कार्यक्रम : किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) की ओर से उत्तर प्रदेश में यूथ 20 एंगेजमेंट ग्रुप की गतिविधियों के एक भाग के रूप में वाई-20 परामर्श कार्यक्रम की मेजबानी की गई. यह आयोजन जी-20 की भारत की अध्यक्षता का एक हिस्सा है. परामर्श कार्यक्रम 24 मार्च 2023 को तीन सेशन में आयोजित किया गया. तीन सेशन का कार्यक्रम में पहले सत्र में मेंटल हेल्थ, दूसरे में स्पोर्ट एवं तीसरे में योग, आयुर्वेद व भलाई पर चर्चा की गई. इस दौरान देश विदेश से आए विशेषज्ञों व स्पीकर्स ने छात्रों को के सवालों के जवाब भी दिए. कार्यक्रम यूथ-20 परामर्श कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नवीन सहगल और माननीय वाइस चांसलर, केजीएमयू लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी पीवीएसएम, वीएसएम (सेवानिवृत्त) भी मौजूद रहे.

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