लखनऊ: कोरोना काल में मानवीय संवेदनाओं को झकझोरने वाली कई घटनाएं देखने को मिल रही हैं. लोग आपदा को अवसर समझ कालाबाजारी, धन उगाही और लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं. हालांकि इस संकट काल में कई संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता अपनी जान की परवाह किए बगैर सेवा भाव से लोगों की मदद भी कर रहे हैं. इन मददगारों में सबसे आगे सिख समाज अपनी भूमिका निभा रहा है. मानवता की सेवा लगे इस समाज का कार्य बेहद प्रशंसनीय है. ये बातें आलमबाग गुरुद्वारे पहुंचीं महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहीं. महापौर ने कहा कि देश पर जब भी कोई विपदा आई, उस समय गुरुद्वारों ने बढ़चढ़ कर सेवा कार्य किए हैं.
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आलमबाग गुरुद्वारा में ऑक्सीजन लंगर जारी
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि गुरु नानक देव ने धर्म के साथ सेवा को जोड़ते हुए संगत और पंगत की व्यवस्था दी थी, जिससे कोई भी भूखा न सोये. इस पद्धति को आज भी सिख समाज बखूबी निभा रहा है. गुरुद्वारा आलमबाग ने कोरोना काल में ऑक्सीजन लंगर सहित अन्य सेवा कार्य कर मिसाल कायम की है.
महापौर ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि देश के सम्मानित नागरिक सोनू सूद, कुमार विश्वास गावों को गोद लेकर मदद कर रहे हैं. उनके इस कार्य में लखनऊ के सरदार निर्मल सिंह व उनकी टीम के सदस्य भी अपना योगदान देंगे. इसके लिए मैं सोनू सूद फाउंडेशन, विश्वास ट्रस्ट, गुरुद्वारा आलमबाग, भारत विमर्श मंडल और सोन चिरैया फाउंडेशन द्वारा उन गांवों राहत सामाग्री को भेजने के लिए मैं बधाई देती हूं. गुरुद्वारा आलमबाग कोरोना काल से ही ऑक्सीजन लंगर चला रहा है और यहां से कोई हाथ खाली नहीं जाता है.
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महापौर ने किया नाला सफाई कार्य का निरीक्षण
महापौर संयुक्ता भाटिया ने आलमबाग में हो रही नाला सफाई के कार्य का औचक निरीक्षण कर काम में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि नालों से निकली सिल्ट को तुरंत उठाएं. बतातें चलें की राजधानी में 1589 नाले और नालियां हैं. मानसून से पूर्व नगर निगम इन नालों और नालियों की साफ सफाई में लगा हुआ है, ताकि बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या का सामना न करना पड़े.