लखनऊ : अब प्रदेश के गांवों में भी आमजन को तुरंत इलाज मिलेगा. घर बैठे गंभीर रोगियों को चिहिन्त कर उन्हें उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. सोमवार को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान परिसर में स्वयंसेवी संगठन द हंस फाउंडेशन द्वारा संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट का फ्लैग ऑफ किया. कार्यक्रम में आशाओं को स्मार्ट फोन दिए गए और प्रशासनिक नियमावलियों सम्बन्धी पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया गया.
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन के द्वार तक पहुंचाने के लिए हंस फाउंडेशन के सहयोग से प्रदेश के दस जनपदों (प्रयागराज, वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली, चित्रकूट, फतेहपुर, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर एवं सिद्धार्थनगर) में यह सेवा शुरू की गई है. इन इकाइयों में एमबीबीएस चिकित्सक, फार्मासिस्ट, एएनएम एवं लैब टेक्नीशियन के साथ आवश्यक उपकरण और दवाएं उपलब्ध रहेंगी. कुल 74 मोबाइल मेडिकल इकाइयों के संचालन की शुरुआत की गई है. इन गाड़ियों में उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से प्रतिदिन दो ग्राम पंचायतों में निःशुल्क सामान्य ओपीडी एवं प्राथमिक जांच सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.
स्मार्ट फोन वितरित किए : उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि 81 हजार 811 आशाओं एवं 7 हजार 713 शहरी आशाओं (कुल 89,524) को स्मार्ट फोन का वितरण किया जा रहा है. पूर्व में 85 हजार 248 ग्रामीण आशाओं एवं 4 हजार 776 शहरी आशाओं को स्मार्ट फोन वितरण किया जा चुका है. कार्यक्रम में चार अतिमहत्वपूर्ण प्रशासनिक नियमावलियों सम्बन्धी पुस्तिकाओं, अनुशासनिक कार्यवाही पर जांच अधिकारियों हेतु निर्देशिका, चिकित्साधिकारियों के लिए पथ-प्रदर्शिका, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों हेतु सन्दर्भ पुस्तिका और लिपिक संवर्ग के क्षमता संवर्धन हेतु पुस्तिका का विमोचन हुआ. कार्यक्रम में राज्यमंत्री (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, मिशन निदेशक (एनएचएम) अपर्णा उपाध्याय, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. लिली सिंह द हंस फाउण्डेशन के मुख्य कार्यकारी निदेशक संदीप कपूर आदि मौजूद रहे.
बलरामपुर अस्पताल में कैंसर पीड़ित मरीज के जांघ का सफल ऑपरेशन : बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने कैंसर संक्रमित जांघ की हड्डी का जटिल ऑपरेशन कर मरीज की जान बचाने में कामयाबी हासिल की है. लखीमपुर खीरी निवासी रामबेटी (60) को रक्त कैंसर है. चोट लगने से मरीज की जांघ की हड्डी टूट गई. बलरापुर अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एपी सिंह की देख-रेख में मरीज को भर्ती किया गया. अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि जांच में पता चला कि मरीज की हड्डियों में कैंसर पहुंच चुका था. दवाओं से बीमारी पर काबू पाया गया. उसके बाद हड्डी की ऑपरेशन किया गया. फ्रैक्चर को जोड़ने के लिए सरिया डाली गई. डॉक्टर एपी सिंह ने हड्डी का ऑपरेशन किया. सोमवार को मरीज को डिस्चार्ज किया गया.
अस्पतालों में 40 से 50 फीसदी बेड खाली, ऑपरेशन तारीख बढ़ी : होली मनाने के लिए मरीजों ने अस्पतालों से छुट्टी लेनी शुरू कर दी है. बड़ी संख्या में मरीजों ने छुट्टी की अर्जी लगाई है. हालांकि डॉक्टर मरीजों की तबीयत का आंकलन करने के बाद ही छुट्टी दे रहे हैं. अस्पतालों में अब तक करीब 40 से 50 फीसदी बेड खाली हो चुके हैं. कई मरीजों के ऑपरेशन की तारीख बढ़ा दी गई है. 300 बेड के लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में 100 से कम मरीज भर्ती हैं. काफी मरीजों ने छुट्टी की गुजारिश डॉक्टरों से कर रखी है. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि उन्हीं मरीजों की अर्जी कुबूल की जा रही है जिनकी तबीयत स्थिर व सामान्य है.
सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में 776 बेड हैं. सामान्य दिनों में करीब 90 फीसदी बेड भरे रहते हैं. बड़ी संख्या में मरीजों ने छुट्टी के लिए कहा है. इनमें वे मरीज अधिक जिनके ऑपरेशन हो चुके हैं. टांके कटवाने के लिए रुके हैं. कुछ मरीजों को ऑपरेशन की तारीख दी गई है. इन मरीजों की मंगलवार को छुट्टी दी जाएगी. तीन से चार दिन बाद कागज दिखाने पर पुन: भर्ती कर लिया जाएगा. 100 से अधिक मरीज छुट्टी की कतार में हैं. 30 से ज्यादा मरीजों की अवकाश दिया जा चुका है. वहीं केजीएमयू में 4500 बेड हैं. ज्यादातर बेड भरे रहते हैं. सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने बताया कि होली के मद्देनजर काफी मरीजों ने छुट्टी मांगी है. तबीयत का आंकलन के बाद छुट्टी दी जा रही है. लोहिया संस्थान में लगभग 1000 बेड हैं. चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि 10 से 15 फीसदी मरीजों की सेहत का आंकलन के बाद छुट्टी दी जा चुकी है. डॉक्टर बाकी मरीजों के अवकाश मंगलवार को मंजूर करेंगे.
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