लखनऊ: गोमती नगर में पिछले साल हुए प्लॉट घोटाले के मास्टर माइंड एलडीए के बाबू पवन कुमार गौतम को आज वजीरगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी पवन कुमार गौतम लंबे समय से फरार था. इस भूखंड घोटाले के कई अन्य आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. प्राधिकरण में यूं तो कई घोटाले हुए हैं लेकिन ये घोटाला सबसे अनूठा है क्योंकि इसमें जिन प्लॉटों की रजिस्ट्री की गई वास्तव में वह प्लॉट है ही नहीं.
कुल 15 भूखंड फर्जी पाए गए : गोमतीनगर में पिछले साल यह भूखंड घोटाला हुआ था. इन भूखंडों में विकल्प खंड का 1/10एच प्लॉट, विभूति खंड का 3/43 प्लॉट सहित कई भूखंड फर्जी पाए गए थे. ऐसे ही कुल पंद्रह भूखंड फर्जी पाए गए हैं. गोमती नगर पुलिस ने पहली बार विक्रांत खंड की भूखंड संख्या 2/1 बी को फर्जी तरीके से बेचने के आरोप में दो षडयंत्रकारियों को गिरफ्तार किया था. इनमें विकल्प खंड का 1/10एच प्लॉाट भी शामिल है.
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फर्जी कागजात से की गई रजिस्ट्री : वजीरगंज पुलिस ने बताया कि विनम्र खण्ड, गोमतीनगर योजना के भूखण्ड संख्या 2 / 202 ए1, क्षेत्रफल 112.50 वर्ग मी० प्राधिकरण के अभिलेखों में किसी को आवंटित नहीं किया गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से एक फर्जी रजिस्ट्री उमाशंकर पुत्र सत्यदेव निवासी ग्राम व पोस्ट तिवारीपुर, जिला बाराबंकी के पक्ष में दिनांक 14.07.2021 को उपनिबन्धक सदर द्वितीय, लखनऊ में किया गया है. जिसकी बही संख्या 1 जिल्द संख्या 25072 के पृष्ठ 137 से 172 तक क्रमांक 10491 पर निबंधित कराई गई है.
जाली हस्ताक्षर किया गया: इस रजिस्ट्री पर प्रभारी अधिकारी सम्पत्ति / विक्रेता के रूप में आनंद कुमार सिंह के जालसाजी करके फर्जी कागजात व जाली हस्ताक्षर बनाये गये. आपराधिक षड्यंत्र कर प्राधिकरण की बहुमूल्य सम्पत्ति को फर्जी कागजातों के आधार पर हड़पने एवं आर्थिक व भौतिक लाभ के उद्देश्य से प्राधिकरण की सम्पत्ति को क्षति पहुँचाई गई है. सम्पत्ति की अनुमानित लागत लगभग 40 लाख रुपये है. इसी गड़बड़ी के आरोप में पवन कुमार को वजीरगंज पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.
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