लखनऊ: हाई वोल्टेज ड्रामा करने वाली युवती ने लखनऊ पुलिस पर एक नया आरोप जड़ा है. युवती के युवक की पिटाई करने की बात स्वीकारी, लेकिन कार चालक से 600 रुपये लूटने के आरोप पर उसने पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया. युवती ने कहा कि यदि पुलिस के पास 600 रुपये लूटने का कोई सुबूत हो तो वह उसे दे. वह अपना अपराध कुबूल कर लेगी.
कृष्णानगर में महराजापुरम कॉलोनी निवासी युवती प्रियदर्शनी नारायण यादव ने कहा कि उसका मानसिक रोग का इलाज चल रहा है. साथ ही उसे हाइपरटेंशन और हृदय रोग की बीमारी भी है, इसलिए वह हर रोज 15 किलोमीटर वॉक करती है. घटना वाली रात भी वह वॉक पर निकली थी. ईटीवी भारत से बातचीत में युवती ने बताया कि वह रोड क्रॉस कर रही थी तभी अचानक सामने से तेज रफ्तार से कैब आई और रेड सिग्नल के बावजूद जेब्रा लाइन क्रॉस कर गई. पास खड़े पुलिसवालों ने उसे रोका तक नहीं. इस दौरान ऐसा महसूस हुआ कि गाड़ी उसके ऊपर चढ़ जाएगी. युवती ने बताया कि जब उसने पलटकर देखा तो कान में मोबाइल लगाकर ड्राइवर गाड़ी चला रहा था. इस पर उसे गुस्सा आ गया और उसने सेल्फ डिफेंस में कैब ड्राइवर को पीटा. युवती ने बताया कि उसने ड्राइवर से लूट नहीं की है.
युवती ने लगाया पिटाई का आरोप
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान युवती ने आरोप लगाते हुए कहा कि उस रात पूरी घटना के बाद युवक ने उसकी जमकर पिटाई की. युवक उसे 300 मीटर तक पीटते ले गया और पुलिस मूकदर्शक बनकर देखती रही. उसे गंभीर चोटें लगी हैं. उसने अपनी चोटें भी दिखाईं. हालांकि ईटीवी भारत ने जब युवती से पूछा कि CCTV फुटेज में ऐसा कोई तथ्य नहीं मिला तो युवती ने कहा कि पुलिस उसे दिखना नहीं चाहती. हर जगह CCTV कैमरे नहीं लगे होते हैं.
बीबीएयू से रिसर्च स्कॉलर है युवती
बता दें कि प्रियदर्शनी नारायण यादव हाई क्वालीफाई है. उसने लखनऊ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महिला कॉलेज से बीएसी, एमएसी और एमफिल किया है. इसके बाद बीबीएयू से रिसर्च किया है. वह दिल्ली की जॉब कन्सलटेंट कंपनी श्रीट कैरियर गाइडेंस सर्विसेज में जॉब करती है. पिछले तीन माह से वह कोरोना की वजह से इस समय लखनऊ आई है. उसके माता-पिता ने भी उसे निर्दोष बताया है. परिवार में रेलवे से रिटायर्ड पिता, मां और एक बड़ा भाई है. मां शशिकला प्रसाद समाजवादी पार्टी की सदस्य और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. दादा-दादी कांग्रेस से जुड़े रहे. वह खुद को भाजपा का सदस्य बता रही है.
ट्विटर पर अरेस्ट लखनऊ गर्ल वायरल
वहीं हाई वोल्टेज ड्रामा करने वाली युवती प्रियदर्शनी नारायण यादव का वीडियो वायरल होते ही ट्विटर पर हैशटैग अरेस्ट लखनऊ गर्ल (#ArrestLucknowGirl) ट्रेंड करने लगा. सीएम योगी, यूपी सरकार, यूपी पुलिस को भी वीडियो टैग किया गया और गिरफ्तारी की मांग शुरू की गई. वीडियो को संज्ञान लेते हुए पुलिस अफसरों ने कैब चालक युवक से तहरीर लेकर युवती पर लूट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया.
इंस्पेक्टर ने दी सफाई
मामले को लेकर इंस्पेक्टर कृष्णा नगर महेश दुबे का कहना है कि घटना के समय उनकी ड्यूटी कांशीराम धरनास्थल पर लगी थी. युवती से छेड़छाड़ की सूचना पर फोन से संबंधित पुलिसकर्मी को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया. पुलिस ने चालक का 151 में चालान कर कोर्ट भेज दिया, जबकि उसके भाई और मित्र को और लड़की को निजी मुचलके पर थाने से ही छोड़ दिया. उसके बाद उनकी ड्यूटी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगमन में लग गई. अगले दिन सुबह वायरल वीडियो देखने के बाद चालक से तहरीर लेकर युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
हालांकि पुलिस द्वारा 10 हजार रुपये घूस लेकर कार छोड़ने की बात पर इंस्पेक्टर ने चुप्पी साध ली. वहीं एडीसीपी सेंट्रल चिरंजीव नाथ सिंह ने कहा कि कैब चालक की तहरीर पर आरोपी युवती के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मामले में निष्पक्ष ढंग से छानबीन कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.