लखनऊ: शहीद पथ से लेकर IIM तक बनने वाले ग्रीन कॉरिडोर को अमलीजामा पहनाने का काम तेज हो गया है. इसके लिए जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, लखनऊ विकास प्राधिकरण, आवास के साथ-साथ राजस्व अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में सिंचाई विभाग से 8 अप्रैल तक बंधे के दाएं और बाएं ओर जमीन को चिह्नित कर रिपोर्ट मांगी गई है.
ग्रीन कॉरिडोर बनने के लिए कवायद हुई तेज
राजधानी में शहीद पथ से लेकर IIM तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाना है. इसके लिए अब जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने प्रयास तेज कर दिए हैं. उन्होंने लोक निर्माण विभाग, सिंचाई, लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक की और पूरे मामले की समीक्षा की. बैठक में जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग से फोरलेन सड़क बनाने में आने वाले खर्च का प्रस्ताव मांगा. डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) में ओवरब्रिज से लेकर सड़क तक के कार्यों की लागत का आंकलन करके लोक निर्माण विभाग को 20 अप्रैल तक रिपोर्ट जमा करने को कहा है.
क्या है ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट
राजधानी लखनऊ में 2087 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से गोमती के बाएं और दाएं तट पर हरियाली के बीच फोरलेन का ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाना है. 1090 चौराहा और पिपराघाट को भी कॉरिडोर से लिंक किये जाने का प्रस्ताव है.
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