लखनऊ : पिछले छह साल में जितने भी नक्शे पास हुए हैं उनके विपरीत कितने निर्माण हुए और कैसे हुए इसकी जांच लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) करेगा. सभी जोन में अभियंताओं को यह निर्देश जारी कर दिया गया है कि वे अपने-अपने इलाकों में यह देखें कि जैसा नक्शा पास हुआ है क्या वैसा ही निर्माण हुआ है. अगर निर्माण नक्शे के विपरीत हुआ है तो नए सिरे से ऐसे अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जाए.
करीब दो महीने पहले हुए होटल लेवाना अग्निकांड (hotel levana fire) के बाद शासन ने लखनऊ विकास प्राधिकरण को जहां-जहां भी नक्शे के विपरीत निर्माण हुए हैं उनकी जांच करने का आदेश दिया था. जिसको लेकर लविप्रा ने मुख्य रूप से पिछले छह साल के समय सीमा को आधार बनाया है. इन छह वर्षों के दौरान लखनऊ में लगभग चार नक्शे पास हुए. एलडीए के सभी जोन में तैनात लगभग 150 अभियंताओं को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह इन सभी नक्शों के विपरीत मौके पर हुए निर्माणों की जांच करें. यह रिपोर्ट अगले दो सप्ताह में लखनऊ विकास प्राधिकरण में जमा करनी होगी.
लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि हम सभी निर्माणों का विवरण मांग रहे हैं जो 2016 के बाद नक्शा पास करके निर्माण कराये गए हैं. इनमें से जो भी निर्माण गड़बड़ हुए हैं उन सभी के खिलाफ नए सिरे से कार्रवाई की जाएगी.
इन बिंदुओं को देखेगा एलडीए
- लैंड यूज़ के लिए जो नक्शा पास हुआ है क्या वह निर्माण हुआ है.
- लैंड यूज़ के हिसाब से ही निर्माण किया गया है तो उसमें कितना फेरबदल है.
- लैंडयूज के विपरीत निर्माण हुआ है तो किस तरह का निर्माण किया गया है.
- इनमें से कितने होटलों का निर्माण हुआ है.
- कितने कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनाए गए हैं.
- इसके अलावा कितने कॉम्प्लेक्स और होटलों को अग्निशमन की एनओसी प्राप्त है.
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