लखनऊ : राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र की बदाली खेड़ा पुलिस चौकी प्रभारी एसआई दिनेश कुमार यादव व सिपाही रवि कुमार पर युवक को प्रताड़ित करने और छोड़ने के नाम पर छह लाख रुपये की मांगने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. एसीपी कृष्णानगर के मुताबिक पीड़ित युवक ने सोमवार को उपरोक्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ मारपीट, गाली गलौज, धमकी तथा भ्रष्टाचार करने संबंधी प्रार्थनापत्र दिया था.
बता दें, सरोजनीनगर के अवध विहार कॉलोनी निवासी पीड़ित सुधीर कुमार मौर्य का आरोप है कि वह इसी कॉलोनी में मोहम्मद फैयाज खान का घर बनवा रहा था. रोड पर उसकी मौरंग गिट्टी आदि निर्माण सामग्री पड़ी होने के कारण बदाली खेड़ा चौकी के सिपाही रवि कुमार आए दिन उससे गाली-गलौज कर पैसे मांगते थे. मकान का कार्य सुचारू रूप से चलते रहने के एवज में सुधीर ने सिपाही रवि कुमार को तीन बार में मोबाइल यूपीआई के जरिए साढ़े 10 हजार रुपये भी दिए. इसके बाद और रुपये ना देने पर सिपाही रवि कुमार निर्माण कार्य बंद करवाने की धमकी देता था. उसके डर से सुधीर पुलिस चौकी के सिपाहियों को बार बार पैसा देता रहा, लेकिन निर्माण कार्य खत्म होने पर सुधीर अपने मालिक फैयाज खान के अन्य कार्यों में व्यस्त हो गया. इस बीच सिपाही आए दिन उसे कॉल कर पुलिस चौकी पर बुलाता रहा. व्यस्तता के कारण वह पुलिस चौकी नहीं जा सका. 21 अप्रैल को सिपाही रवि कुमार पूरे दिन बार-बार कॉल करके पुलिस चौकी पर बुलाता रहा.
पुलिस चौकी पर बुलाए जाने की वजह पूछी तो सिपाही रवि कुमार ने बताया कि मोहम्मद फैयाज खान के खिलाफ ईडी और एलआईयू से नोटिस आया है, उसकी संपत्ति की जांच होनी है. जिसके लिए जमीन और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज चौकी प्रभारी दिनेश कुमार यादव को दिखाना होगा. उस दिन गोंडा में होने के कारण सुधीर उनसे संपर्क नहीं कर सका. बाद में बार-बार फोन कर बुलाए जाने की वजह से सुधीर 21 अप्रैल की रात बस से लखनऊ पहुंचा और सीधे पुलिस चौकी में चला गया. उस समय चौकी प्रभारी दिनेश कुमार यादव और सिपाही रवि कुमार कुछ अन्य लोगों के साथ मौजूद थे. जहां उसके पहुंचते ही चौकी प्रभारी दिनेश कुमार यादव उससे मोहम्मद फैयाज खान की संपत्ति का ब्यौरा पूछने लगे. सिपाही रवि ने सुधीर के हाथ में एक तमंचा रखकर मोबाइल से उसकी फोटो खींच ली और सुधीर से छह लाख रुपये की मांग करने लगे. इतने पैसे ना होने की बात कहने पर दोनों पुलिसकर्मियों ने उसे झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी दी. इस रात चौकी पर सुधीर की कई बार पिटाई भी की गई. साथ ही पूरी रात उसे चौकी पर बिठाए रखा गया. रात में दो तीन बार वाहन में बिठाकर सरोजनीनगर थाने के गेट तक ले गए और वहां से फिर वापस चौकी ले आए. इस दौरान बार-बार पैसे देने के लिए उसे धमकाया जाता रहा. जब रकम की व्यवस्था नहीं दिखी तो आरोपी पुलिसकर्मियों ने सुधीर के मोबाइल से मोहम्मद फैयाज खान को फोन कर रात 12 बजे चौकी पर बुलाया गया.
मोहम्मद फैयाज खान का बेटा मोहम्मद रजा खान रात को पुलिस चौकी पहुंचा तो प्रभारी दिनेश कुमार यादव ने उससे 2 घंटे के अंदर छह लाख रुपये लेकर आने को कहा. रजा खान घर पहुंचा और अपने परिवार के लोगों को पूरी बात बताई. इस पर परिवारवालों ने घर में 20 हजार रुपये होने की बात कही तो दरोगा दिनेश भड़क गए. उसने कहा कि पूरे छह लाख रुपये लाने पर ही सुधीर को छोड़ा जाएगा. इस बीच पुलिसकर्मियों से हुई बात की सारी कॉल पीड़ित पक्ष के लोगों ने रिकॉर्ड कर ली. बाद में रात करीब 2:30 बजे दारोगा और सिपाही अपनी सरकारी गाड़ी में बिठा कर सुधीर मौर्य को मोहम्मद फैयाज खान के घर ले गए. इस दौरान सिपाही रवि काफी नशे की हालत में था और वहां पहुंचते ही दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों ने जबरन मोहम्मद फैयाज के घर में घुस गए. जहां महिलाओं से गाली-गलौज की और फिर छह लाख रुपयों की मांग करने लगे. काफी देर बाद भी जब रकम नहीं मिली तो वहां से सुधीर सरोजनीनगर थाने ले गए और उसे हवालात में बंद कर दिया. जहां पुलिस द्वारा एक कागज पर किसी प्रकार की मारपीट व उत्पीड़न ना करने के बयान दर्ज कराने के साथ ही जबरदस्ती सुधीर से वीडियो बनवा लिया गया. इसके अलावा दो कागजों पर सुधीर से हस्ताक्षर भी करवाए और दूसरे दिन दोपहर करीब 12 बजे उसे थाने से छोड़ दिया. इसके बाद पीड़ित सुधीर ने लोकबंधु अस्पताल में मेडिकल कराने के साथ ही पुलिस की मारपीट से आई चोट का वीडियो बनाने के अलावा पुलिस को मोबाइल के जरिए दिए गए रुपयों का स्क्रीनशॉट और मांगे गए रुपयों की ऑडियो रिकॉर्डिंग सहित आपबीती की वीडियो रिकॉर्डिंग बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी. एसीपी कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर सरोजनीनगर थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. मामले की जांच पड़ताल कर रही है.
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