लखनऊ : अयोध्या में राम मंदिर लोकार्पण से पहले लखनऊ, अयोध्या और गोरखपुर हाइवे को फोर लेन से बढ़ाकर सिक्स लेन किया जाएगा. अभी इस हाइवे पर वाहनों की संख्या से जाम बढ़ रहा है. इसलिए भविष्य में भीड़ के दबाव को देखते हुए हाइवे को चौड़ा किया जाएगा. अयोध्या में कई जगह इसको एलीवेटेड किया जाएगा. छह लेन चौड़ाई होने के बाद डेढ़ घंटे में अयोध्या का सफर आसानी से पूरा हो जाएगा.
एनएचएआई के टीम लीडर केपी सिंह का कहना है कि 'अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही इस रूट पर ट्रैफिक लोड बढ़कर 24 घंटे में 40 हजार पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) तक पहुंच गया है, जबकि सिक्सलेन के लिए मानक 40 हजार पीसीयू है. अगले साल मंदिर तैयार होने के बाद अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी तय है. इसको ध्यान में रखते हुए ढांचागत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं. इसी के तहत लखनऊ-गोरखपुर हाईवे को सिक्सलेन करने की प्रक्रिया चल रही है. बता दें कि हाल ही में आयुक्त की अध्यक्षता में हुई आरटीए की बैठक में सिक्स लेन बनाने की योजना पर चर्चा की गई थी. एनएचएआई के अधिकारियों ने सिक्स लेन की पूरी योजना को सामने रखा था. बैठक में यह बताया गया था कि सिक्स लेन के लिए भूमि का चिह्नांकन पहले ही किया जा चुका है.'
उनका कहना है कि 'अयोध्या हाइवे को सिक्स लेन बनाने की कवायद में तेजी आई है. सर्वे के बाद एनएचएआई ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर इसका आंकलन रिपोर्ट सड़क एवं परिवहन मंत्रालय भारत सरकार को भेज दिया था है, जिसकी मंजूरी भी मिल गई है. अब जल्द ही सड़क निर्माण से संबंधित टेंडर होने की उम्मीद है. टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद सड़क को फोर से सिक्स लेन किए जाने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा. गोरखपुर के जीरो प्वाइंट कालेसर से लेकर लखनऊ तक सड़क सिक्स लेन बननी है. इसमें बस्ती सीमा से लेकर कालेसर से अयोध्या तक 162 किलोमीटर निर्माण की जिम्मेदारी एनएचएआई गोरखपुर को मिली है. 1500 करोड़ की लागत से पहले चरण में गोरखपुर-अयोध्या तक सिक्स लेन किया जाएगा, जबकि इसी तरह से लखनऊ तक लखनऊ जोन की जिम्मेदारी होगी.'
उनका कहना है कि 'आवास विकास परिषद ने हाल ही में अपनी बोर्ड मीटिंग में अयोध्या बाईपास के लिए 260 करोड़ रुपए से अधिक एनएचएआई को देने का निर्णय लिया है. जिसके बाद आवागमन और अधिक आसान होगा.'