लखनऊ: लखनऊ का अवध बस स्टेशन अयोध्या रूट पर है. इसी रूट पर होने के चलते पहले इसका नाम कमता बस स्टेशन था. बाद में बदलकर अवध बस स्टेशन किया गया. अब अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है और 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है ऐसे में भला अयोध्या रूट पर पड़ने वाले इस अवध बस स्टेशन पर राम की छाप क्यों नहीं होगी. प्राण प्रतिष्ठा से पहले बस स्टेशन को पूरी तरह राममय किये जाने की योजना है.
लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि अवध बस स्टेशन का जीर्णोद्धार करते हुए यहां पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा. यात्री सुविधाओं में बैठने के लिये सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी. गेट संवारा जाएगा. इसके अलावा प्लैटफॉर्मों को दुरुस्त किया जाएगा. बस स्टेशन पर राम व सीता समेत लक्ष्मण, हनुमान आदि की कलाकृतियां भी दर्शाई जाएंगी. भविष्य में अयोध्या की सभी बसों का संचालन यहीं से किया जाना है, ऐसे में यहां पर एलईडी के जरिये समय-सारिणी का प्रदर्शन होगा. क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि काम शुरू करा दिया गया है. प्राण प्रतिष्ठा के पहले सब दुरुस्त करा लिया जाएगा. अवध बस स्टेशन पर भगवान राम की छाप नजर आएगी.
यूपीएसआरटीसी के 89 बाबूओं ने ठुकराया प्रमोशन
लखनऊ. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में दो माह पहले वरिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात 164 बाबुओं को प्रमोशन की सौगात मिली. मुख्यालय से प्रमोशन कर इन्हें केंद्र प्रभारी बनाया गया, लेकिन इनमें आधे से ज्यादा बाबुओं ने प्रमोशन का तोहफा ठुकरा दिया. करीब 89 बाबुओं ने प्रमोशन लेने से ही मना कर दिया. इसका कारण प्रमोशन के बाद केंद्र प्रभारी बने कर्मियों को तबादले का डर है. ऐसे कर्मियों से शपथ पत्र इस बावत लिया गया कि भविष्य में कभी भी एसीपी यानी एश्योर प्रमोशन करियर की मांग नहीं करेंगे. 15 जनवरी को परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (कार्मिक) अशोक कुमार की ओर से पूर्व में जारी एसीपी के आदेश को निरस्त कर दिया गया. निरस्त की गई सूची में आधा दर्जन लखनऊ क्षेत्र के कर्मचारी हैं. वरिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत अयोध्या क्षेत्र के सुलतानपुर डिपो का मामला मुख्यालय पहुंचा है. अजय सिंह वरिष्ठ लिपिक से प्रमोशन पाकर केंद्र प्रभारी बने थे. इनका तबादला प्रयागराज क्षेत्र में हुआ, लेकिन आज तक प्रमोशन लेने के बाद भी सुलतानपुर डिपो से प्रयागराज क्षेत्र के लिए रिलीव ही नहीं हुए.
प्राण प्रतिष्ठा से पहले राममय होगा अवध बस स्टेशन, राम सीता के चित्र लगाए जाएंगे - रोडवेज की ताजी न्यूज
प्राण प्रतिष्ठा से पहले अवध बस स्टेशन राममय होगा. चलिए जानते हैं इस बारे में.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jan 16, 2024, 9:20 AM IST
लखनऊ: लखनऊ का अवध बस स्टेशन अयोध्या रूट पर है. इसी रूट पर होने के चलते पहले इसका नाम कमता बस स्टेशन था. बाद में बदलकर अवध बस स्टेशन किया गया. अब अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है और 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है ऐसे में भला अयोध्या रूट पर पड़ने वाले इस अवध बस स्टेशन पर राम की छाप क्यों नहीं होगी. प्राण प्रतिष्ठा से पहले बस स्टेशन को पूरी तरह राममय किये जाने की योजना है.
लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि अवध बस स्टेशन का जीर्णोद्धार करते हुए यहां पर यात्री सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा. यात्री सुविधाओं में बैठने के लिये सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी. गेट संवारा जाएगा. इसके अलावा प्लैटफॉर्मों को दुरुस्त किया जाएगा. बस स्टेशन पर राम व सीता समेत लक्ष्मण, हनुमान आदि की कलाकृतियां भी दर्शाई जाएंगी. भविष्य में अयोध्या की सभी बसों का संचालन यहीं से किया जाना है, ऐसे में यहां पर एलईडी के जरिये समय-सारिणी का प्रदर्शन होगा. क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि काम शुरू करा दिया गया है. प्राण प्रतिष्ठा के पहले सब दुरुस्त करा लिया जाएगा. अवध बस स्टेशन पर भगवान राम की छाप नजर आएगी.
यूपीएसआरटीसी के 89 बाबूओं ने ठुकराया प्रमोशन
लखनऊ. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में दो माह पहले वरिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात 164 बाबुओं को प्रमोशन की सौगात मिली. मुख्यालय से प्रमोशन कर इन्हें केंद्र प्रभारी बनाया गया, लेकिन इनमें आधे से ज्यादा बाबुओं ने प्रमोशन का तोहफा ठुकरा दिया. करीब 89 बाबुओं ने प्रमोशन लेने से ही मना कर दिया. इसका कारण प्रमोशन के बाद केंद्र प्रभारी बने कर्मियों को तबादले का डर है. ऐसे कर्मियों से शपथ पत्र इस बावत लिया गया कि भविष्य में कभी भी एसीपी यानी एश्योर प्रमोशन करियर की मांग नहीं करेंगे. 15 जनवरी को परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (कार्मिक) अशोक कुमार की ओर से पूर्व में जारी एसीपी के आदेश को निरस्त कर दिया गया. निरस्त की गई सूची में आधा दर्जन लखनऊ क्षेत्र के कर्मचारी हैं. वरिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत अयोध्या क्षेत्र के सुलतानपुर डिपो का मामला मुख्यालय पहुंचा है. अजय सिंह वरिष्ठ लिपिक से प्रमोशन पाकर केंद्र प्रभारी बने थे. इनका तबादला प्रयागराज क्षेत्र में हुआ, लेकिन आज तक प्रमोशन लेने के बाद भी सुलतानपुर डिपो से प्रयागराज क्षेत्र के लिए रिलीव ही नहीं हुए.