लखनऊः जिले में कोरोना संक्रमण के चलते इस साल 23 जून को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकाली गई. शहर के मंदिरों में ही भगवान की पूजा-अर्चना के बाद भक्तों ने दर्शन किए. भगवान जगन्नाथ को भक्तों के बीच सैनिटाइजर और मास्क लगाकर पालकी में बैठाया गया. इसी तरह सभी मंदिरों में भी आयोजन किया गया.
माधव मंदिर से भी नहीं निकली रथयात्रा
शहर के डालीगंज स्थित माधव मंदिर के मुख्य पुजारी लालता प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि मंदिर परिसर में सभी की उपस्थिति के बीच भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र का श्रृंगार किया गया. उन्होंने बताया कि सभी देवताओं को नए वस्त्र और चांदी के मुकुट चढ़ाकर 56 तरह के व्यंजन का भोग लगाया गया. हर साल रथयात्रा में हजारों लोग शामिल होते थे, लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस बार भक्त नहीं पहुंचे.
कोरोना संक्रमण के चलते नहीं निकली रथयात्रा
माधव मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार रथयात्रा नहीं निकाली गई है. हर साल भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा में हजारों लोग शामिल होते थे. लालता प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि इस बार तीनों भगवान को मास्क भी पहनाया गया है. देश इस समय कोरोना संक्रमण से जूझ रहा है, इसलिए सभी भक्तों ने यह प्रार्थना की है कि भगवान देश को इस बीमारी से जल्दी बाहर निकालें. वहीं मंदिर कमेटी के उपाध्यक्ष भारत भूषण ने बताया कि कमेटी के फेसबुक पेज पर सुबह से ही प्रसारण किया जा रहा है.
भक्तों में दिखी मायूसी
मंदिर में भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा और बड़े भाई बलभद्र के दर्शन करने आईं कंचन साहू ने बताया कि हर साल हम लोग रथयात्रा में शामिल होते थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि सभी भक्तों ने भगवान से प्रार्थना की है कि लोगों को इस बीमारी से जल्दी बचाएं.