लखनऊ: आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का क्या हाल है, यह देवरिया जैसी घटना खुद ही बयां कर रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था पर बात करते हैं. लेकिन, उनको यूपी की कानून व्यवस्था जर्जर व बदहाल है यह नजर नहीं आ रहा है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात को लेकर योगी सरकार को घेरा.
उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है. बापू का नाम दुनिया में प्रेम, अहिंसा और भाईचारे के लिए जाना जाता है. इसी दिन देवरिया में 6 लोगों की नृशंस हत्या कर दी जाती है. इसमें एक ही परिवार के पांच लोग और दूसरे परिवार के एक सदस्य की हत्या हो जाती है. इससे पहले बस्ती में पति के सामने पत्नी का गैंगरेप किया जाता है. इससे आहत पति-पत्नी आत्महत्या कर लेते हैं. सुलतानपुर के डॉक्टर की ड्रिल करके हत्या कर दी जाती है. बरेली में भाई-बहन पर तेजाब फेंका जाता है और आज ही प्रयागराज में एक पुजारी की हत्या की सूचना मिली है. ये यूपी में क्या हो रहा है, यूपी में तो डबल इंजन की सरकार है. यूपी में योगी और केंद्र में मोदी की सरकार है. फिर भी लगातार अपराध हो रहा है. ये बहुत चिंता का विषय है. जिन जिलों में अपराध हो रहा है, वहां के अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ का सबसे बड़ा दावा यूपी की कानून व्यवस्था को ठीक करने को लेकर है और इस प्रकार की प्रतिदिन हो रही घटनाएं कहीं न कहीं यह बताने के लिए काफी हैं कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरीके से जर्जर हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले ही समीक्षा बैठक भी की थी. अब समीक्षा बैठक के अलावा कार्रवाई करने की जरूरत है. कहा कि मुख्यमंत्री को जिन जिलों में अपराध नहीं रुक रहा है, वहां के अधिकारियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए, जो सामने दिखे. अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी तो फिर संभल में एक महिला दारोगा के साथ पुलिस वालों ने छेड़खानी कर दी, ये आम बात हो जाएगी. ऐसी घटना और देवरिया में मारे गए लोगों के परिवार को कैसे राहत दी जा सकती है, इसके लिए मुख्यमंत्री को कदम उठाना चाहिए.
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि लगभग 5 लाख से ज्यादा लोग देश की राजधानी दिल्ली में इकट्ठा हुए. देश के करोड़ों कर्मचारियों की मांग है कि पुरानी पेंशन की बहाली की जाए. ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किया जाए. यह उनकी कोई नाजायज मांग नहीं है. जो नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) है, उसमें कर्मचारियों का पैसा शेयर बाजार में लगा रहे हैं. उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में विधानसभा में केजरीवाल ने उसको पास किया, पंजाब के अंदर कैबिनेट में मंजूरी दी है. ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर अरविंद केजरीवाल की प्रतिबद्धता है और उन्होंने मजबूती से इस पूरे आंदोलन का समर्थन किया. कहा कि ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल की जानी चाहिए. उत्तर प्रदेश में भी इसे लेकर अभियान और आंदोलन चलाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर तैयारी को लेकर पिछले दिनों लखनऊ के अंदर एक बड़ा जिला सम्मेलन किया था. इसी प्रकार का जिला सम्मेलन अब पूरे उत्तर प्रदेश में शुरू करेंगे. कहा कि मोदी सरकार की जो सच्चाई है, उसको प्रदेश की जनता के सामने रखेंगे. कहा कि मोदी की सरकार हर मोर्चे पर फेल रही है. मोदी की सरकार इंडिया के लिए नहीं अडानी के लिए काम कर रही है. यह सच देश की जनता को बताने का काम हम लोग करेंगे.
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