लखनऊ: जिले के बख्शी तालाब ब्लॉक के अंतर्गत भगत पुरवा गांव में सरकार की तरफ से ग्रामीणों की सुविधा के लिए सार्वजनिक शौचालय का निर्माण केवल कागजों तक सिमट कर रह गया है. गांव में बना शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. लोगों का आरोप है कि यहां पर शौचालय का निर्माण केवल कागजों में दर्शाया गया है. शौचालय निर्माण में मानकों को पूरी तरह से अनदेखा किया गया है.
बख्शी तालाब विधानसभा के अंतर्गत भगत पुरवा गांव में बने सार्वजनिक शौचालय की बात करें तो यहां दीवार तो खड़ी कर दी गई है, लेकिन टैंक जस के तस खुले पड़े हैं. वर्षों बीत जाने के बाद भी सर्वजनिक शौचालय में ताला जड़ा हुआ है. इसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि लंबे समय से शौचालय का ताला नहीं खोला गया है. जिसकी वजह से ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को लेकर स्थानीय प्रधान से कई बार शिकायत भी की गई, इसके बावजूद भी इन समस्याओं से लोगों को निजात नहीं मिल पा रहा है.
मौजूदा प्रधान इरशाद ने फोन में शौचालय निर्माण को लेकर बताया कि बजट के अभाव के चलते शौचालय का निर्माण रुका हुआ है. जैसे ही बजट उपलब्ध होता है तो शौचालय का निर्माण कराकर सुचारू रूप से इसका संचालन कराया जाएगा. जिससे स्थानीय लोगों को किसी तरह की परेशानियों का सामना करना न पड़े.
इसे भी पढ़ें-शाहजहांपुर की तीन तहसीलों में बाढ़ का कहर, लोग सड़कों पर रहने को मजबूर