लखनऊ : मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की समीक्षा कर विभागीय अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 25 अगस्त से पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर पंजीकरण शुरू हो गया है. पोर्टल पर सर्वाधिक पंजीकरण उत्तर प्रदेश से होना चाहिए. इस योजना का लाभ पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को ज्यादा से ज्यादा से मिलना चाहिए.
मुख्य सचिव ने बताया कि प्रथम ऋण को सफलतापूर्वक जमा करने पर 15 दिन के लिए अपस्किलिंग कोर्स कराया जाएगा. प्रशिक्षण के बाद वह अधिकतम दो लाख रुपये के ऋण के लिए पात्र होंगे, जिसे उन्हें 30 माह में जमा करना होगा. अपस्किलिंग के लिए परम्परागत 18 ट्रेड-कार्पेन्टर, बोट मेकर, अरमोरर, लोहार, टूल किट मेकर, लॉकस्मिथ (ताला बनाने वाला), कुम्हार, स्कल्पटर (मूर्तिकार, स्टोन कार्वर)/स्टोन ब्रेकर, कॉब्लर (चर्मकार) फुटवियर आर्टिस्ट, राजमिस्त्री, बासकेट/मैट/ब्रूम मेकर/कॉइर मेकर, डॉल एंड ट्वाय मेकर, नाई, गारलैंड मेकर (मालाकार), वाशरमैन (धोबी), टेलर, फिशिंग नेट मेकर को चिन्हित किया गया है. इसके लिए 18 वर्ष अधिक उम्र के व्यक्ति पात्र होंगे. बैठक में अपर मुख्य सचिव एमएसएमई अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव कौशल विकास मिशन डॉ. शंमुगा सुंदरम एमके, मिशन निदेशक कौशल विकास मिशन आन्द्रा वामसी समेत कई अधिकारी शामिल रहे.
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