लखनऊ :उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू हुई मेट्रो अब प्रदेश के अन्य शहरों में भी दौड़ती नजर आएगी. केंद्र सरकार की कैबिनेट ने आगरा और कानपुर में मेट्रो के संचालन को हरी झंडी दे दी है. ऐसे में अब लखनऊ में मेट्रो संचालन के लिए वर्ष 2013 में स्थापित लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन भी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के नाम से जाना जाएगा. यूपी एलएमआरसी बन जाने के बाद भी लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के ही कर्मचारी इसमें कार्यरत रहेंगे, लेकिन अब उसके पास प्रदेश के दूसरे शहरों की भी जिम्मेदारी होगी.
आगरा, कानपुर में मेट्रो को हरी झंडी, अब एलएमआरसी होगा यूपी एमआरसी
सूबे की राजधानी लखनऊ की एलएमआरसी की जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं. लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन अब यूपी एमआरसी के नाम से जाना जाएगा. मेट्रो से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यूपीएमआरसी एक एसपीवी की तरह काम करेगा, लेकिन सभी शहरों के मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए अलग-अलग यूनिट काम करेंगी.
लखनऊ :उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू हुई मेट्रो अब प्रदेश के अन्य शहरों में भी दौड़ती नजर आएगी. केंद्र सरकार की कैबिनेट ने आगरा और कानपुर में मेट्रो के संचालन को हरी झंडी दे दी है. ऐसे में अब लखनऊ में मेट्रो संचालन के लिए वर्ष 2013 में स्थापित लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन भी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के नाम से जाना जाएगा. यूपी एलएमआरसी बन जाने के बाद भी लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के ही कर्मचारी इसमें कार्यरत रहेंगे, लेकिन अब उसके पास प्रदेश के दूसरे शहरों की भी जिम्मेदारी होगी.
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू हुई मेट्रो अब प्रदेश के अन्य शहरों में भी दौड़ती नजर आएगी। केंद्र सरकार की कैबिनेट ने आगरा और कानपुर में मेट्रो के संचालन को हरी झंडी दे दी है, ऐसे में अब लखनऊ में मेट्रो संचालन के लिए वर्ष 2013 में स्थापित लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन भी उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के नाम से जाना जाएगा। यूपीएलएमआरसी बन जाने के बाद भी लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के ही कर्मचारी इसमें कार्यरत रहेंगे, लेकिन अब उसके पास प्रदेश के दूसरे शहरों की भी जिम्मेदारी होगी।
Body:लखनऊ मेट्रो का गठन 2013 में किया गया था। साल 2016 में प्रदेश के अन्य शहरों में मेट्रो के संचालन के लिए एसपीवी बनाने के समय पूरे राज्य की एक कंपनी बनाने पर सहमति बनी थी। इसके बाद उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन गठित करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई थी। एलएमआरसी के नाम को औपचारिक रूप से अब यूपीएमआरसी में बदल दिया गया है। यूपीएमआरसी में भी प्रदेश और केंद्र सरकार की 50 50% की हिस्सेदारी होगी।
Conclusion:मेट्रो से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि यूपीएमआरसी एक एसपीवी की तरह काम करेगा लेकिन सभी शहरों के मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए अलग अलग यूनिट काम करेंगी।