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श्रमिकों को बंधक बनाने वाले अस्पताल का लाइसेंस रद्द, जिला प्रशासन कर सकता है सील - शुगर फ्री आलू की बिक्री

एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए मजदूरों की सेहत से खिलवाड़ का खुलासा हुआ था. यहां के परिसर स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मजदूरों को बंधक बनाने का भंडाफोड़ हुआ था. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो बार नोटिस भी जारी किए गए थे. लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से जवाब न देने की सूरत में सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया.

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Published : Feb 15, 2022, 7:44 AM IST

लखनऊ: एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए मजदूरों की सेहत से खिलवाड़ का खुलासा हुआ था. यहां के परिसर स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मजदूरों को बंधक बनाने का भंडाफोड़ हुआ था. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो बार नोटिस भी जारी किए गए थे. लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से जवाब न देने की सूरत में सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया. वहीं, जिला प्रशासन को भी पत्र भेजा गया है. ऐसे में भवन सील भी किया जा सकता है.

अस्पताल गेट पर चस्पा की नोटिस

डॉ. एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज व उससे संबद्ध कॉलेज की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब बैंक ने कॉलेज पर शिकंजा कस दिया है. बैंक ने हॉस्पिटल गेट पर नोटिस चस्पा कर लोन का भुगतान करने को कहा है. बैंक ऑफ इंडिया से कॉलेज ने 19 करोड़ 27 लाख 23 हजार 827 रुपये का लोन ले रखा है. मजदूरों को जबरन मरीज बनाए जाने की घटना सामने आई. इसके बाद कई तरह के खुलासे हो रहे हैं. सोमवार को बैंक ने कॉलेज गेट पर नोटिस चस्पा की.

इसे भी पढ़ें - पीलीभीत में कोटेदार महिला की गला दबाकर हत्या, पुलिस हत्यारे की तलाश में

अस्पताल गेट से हटा शुगर फ्री आलू की बिक्री का बोर्ड

अस्पताल में अब आलू की बिक्री नहीं होगी. अस्पताल प्रशासन ने शुगर फ्री बिक्री का बोर्ड हटा लिया है. सोमवार को चार से पांच सुरक्षा गार्ड अस्पताल गेट पर मुस्तैद रहे. अस्पताल में इलाज संग शुगर फ्री आलू की बिक्री का धंधा भी चल रहा था. इसके लिए बाकायदा अस्पताल प्रशासन ने गेट पर बोर्ड लगा रखा था. बता दें कि यहां हर महीने हजारों रुपये का आलू का कारोबार हुआ करता था. पांच किलो आलू की कीमत 60 रुपये तय थी.

125 ज्यादा मजदूर बनाए गए थे बंधक

गत मंगलवार को दुबग्गा स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मान्यता के लिए दिहाड़ी मजदूरों को बंधक बनाया गया था. 125 से अधिक मजदूरों को भर्ती कर मरीज दर्शाया गया था. इनमें 13 से ज्यादा मजदूरों को वीगो व इंजेक्शन लगाए गए थे. मामला पकड़ में आने पर स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल प्रशासन को नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया था. साथ ही तमाम ब्यौरा लाने को कहा गया था. लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी हॉस्पिटल प्रशासन का कोई जवाब नहीं आने की सूरत में आखिरकार अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का निर्णय लिया गया.

ऐसे हुआ था भंडाफोड़

डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मजदूरों को बंधक बना लिया गया था. मान्यता के लिए मजदूरों को पैसा देकर मरीज दर्शाया गया. मजदूरों को वीगो व इंजेक्शन भी लगाए गए थे. ऐसे में घबराए मजदूरों ने हंगामा किया और एक मजदूर किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब हुआ था. उसने पुलिस को इसकी सूचना दी थी.

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लखनऊ: एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए मजदूरों की सेहत से खिलवाड़ का खुलासा हुआ था. यहां के परिसर स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मजदूरों को बंधक बनाने का भंडाफोड़ हुआ था. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से दो बार नोटिस भी जारी किए गए थे. लेकिन अस्पताल प्रबंधन की ओर से जवाब न देने की सूरत में सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द कर दिया. वहीं, जिला प्रशासन को भी पत्र भेजा गया है. ऐसे में भवन सील भी किया जा सकता है.

अस्पताल गेट पर चस्पा की नोटिस

डॉ. एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज व उससे संबद्ध कॉलेज की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अब बैंक ने कॉलेज पर शिकंजा कस दिया है. बैंक ने हॉस्पिटल गेट पर नोटिस चस्पा कर लोन का भुगतान करने को कहा है. बैंक ऑफ इंडिया से कॉलेज ने 19 करोड़ 27 लाख 23 हजार 827 रुपये का लोन ले रखा है. मजदूरों को जबरन मरीज बनाए जाने की घटना सामने आई. इसके बाद कई तरह के खुलासे हो रहे हैं. सोमवार को बैंक ने कॉलेज गेट पर नोटिस चस्पा की.

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अस्पताल गेट से हटा शुगर फ्री आलू की बिक्री का बोर्ड

अस्पताल में अब आलू की बिक्री नहीं होगी. अस्पताल प्रशासन ने शुगर फ्री बिक्री का बोर्ड हटा लिया है. सोमवार को चार से पांच सुरक्षा गार्ड अस्पताल गेट पर मुस्तैद रहे. अस्पताल में इलाज संग शुगर फ्री आलू की बिक्री का धंधा भी चल रहा था. इसके लिए बाकायदा अस्पताल प्रशासन ने गेट पर बोर्ड लगा रखा था. बता दें कि यहां हर महीने हजारों रुपये का आलू का कारोबार हुआ करता था. पांच किलो आलू की कीमत 60 रुपये तय थी.

125 ज्यादा मजदूर बनाए गए थे बंधक

गत मंगलवार को दुबग्गा स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मान्यता के लिए दिहाड़ी मजदूरों को बंधक बनाया गया था. 125 से अधिक मजदूरों को भर्ती कर मरीज दर्शाया गया था. इनमें 13 से ज्यादा मजदूरों को वीगो व इंजेक्शन लगाए गए थे. मामला पकड़ में आने पर स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल प्रशासन को नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया था. साथ ही तमाम ब्यौरा लाने को कहा गया था. लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी हॉस्पिटल प्रशासन का कोई जवाब नहीं आने की सूरत में आखिरकार अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने का निर्णय लिया गया.

ऐसे हुआ था भंडाफोड़

डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मजदूरों को बंधक बना लिया गया था. मान्यता के लिए मजदूरों को पैसा देकर मरीज दर्शाया गया. मजदूरों को वीगो व इंजेक्शन भी लगाए गए थे. ऐसे में घबराए मजदूरों ने हंगामा किया और एक मजदूर किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब हुआ था. उसने पुलिस को इसकी सूचना दी थी.

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