ETV Bharat / state

सिस्टम से परेशान लेखाकार ने काटी अपने हाथ और गले की नस

लखनऊ में विभागीय प्रताड़ना से परेशान होकर एक लेखाकार ने अपने हाथ और गले की नस काट ली. आनन-फानन में लेखाकार शशि भूषण शुक्ला को श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां लेखाकार का इलाज चल रहा है.

लेखाकार ने काटी अपने हाथ और गले की नस
लेखाकार ने काटी अपने हाथ और गले की नस
author img

By

Published : May 18, 2021, 5:08 AM IST

लखनऊ: राजधानी में सिस्टम से परेशान होकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास में कार्यरत एक लेखाकार ने अपने हाथ और गले की नस काट ली. आनन-फानन में लेखाकार शशि भूषण शुक्ला को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एस के नंदा ने बताया कि शशि भूषण शुक्ला की हालत अब स्थिर है. परिजनों के मुताबिक, विभाग के वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया है. हालांकि, परिजनों ने इस मामले में अभी तक पुलिस में कोई मुकदमा नहीं दर्ज कराया है.

क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के लेखाकार शशि भूषण शुक्ला 15 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे, जिसके बाद उन्होंने 4 मई को पुनः अपनी जांच कराई. जांच रिपोर्ट में पुनः संक्रमित पाए गए. 11 मई को जांच रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद ऑफिस पहुंचने पर वित्त विभाग के वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला ने दफ्तर न आने पर वेतन रोकने और नौकरी से निकालने की धमकी दी, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया. हालांकि शाम होते-होते विभागीय अधिकारियों के दबाव में परिजनों के सुर बदल गए. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए लेखाकार शशि भूषण शुक्ला के भाई आशुतोष शुक्ला ने इस पूरे मामले के लिए डिप्रेशन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इससे पूर्व दो भाइयों को संक्रमण हुआ था, जिसके कारण और डिप्रेशन में आ गए थे और जिस कारण यह कदम उठाया.

इसे भी पढ़े:फिलिस्तीन में इजराइल के जुल्म के खिलाफ दूसरे देश आएं सामनेः मौलाना खालिद राशीद

क्या कहते हैं विभागीय कर्मचारी

उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के कर्मचारी का कहना है कि वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला आए दिन कर्मचारियों को प्रताड़ित करते रहते हैं. ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व भी 2 कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा चुका है. राजकुमार शुक्ला के खौफ के कारण कोई भी कर्मचारी खुलकर सामने नहीं आता है. कर्मचारियों को नौकरी खोने का डर बना रहता है. वित्त नियंत्रक के खौफ का आलम यह है कि जिस सेक्शन में संक्रमित कर्मचारी पाए गए, उस सेक्शन को भी नहीं बंद कराया.

मामले पर संबंधित अधिकारी का बयान
वहीं इस पूरे मामले पर जब ग्रामीण सड़क विकास अधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुजीत कुमार से जानने का प्रयास किया गया, तो मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना था कि शशि भूषण शुक्ला ने सुसाइड का प्रयास किया और यह सोशल मीडिया पर चल रहा है. विगत दिनों का संक्रमित हुए थे. हालाकिं मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने विभागीय प्रताड़ना से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया.

लखनऊ: राजधानी में सिस्टम से परेशान होकर उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास में कार्यरत एक लेखाकार ने अपने हाथ और गले की नस काट ली. आनन-फानन में लेखाकार शशि भूषण शुक्ला को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एस के नंदा ने बताया कि शशि भूषण शुक्ला की हालत अब स्थिर है. परिजनों के मुताबिक, विभाग के वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया है. हालांकि, परिजनों ने इस मामले में अभी तक पुलिस में कोई मुकदमा नहीं दर्ज कराया है.

क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के लेखाकार शशि भूषण शुक्ला 15 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे, जिसके बाद उन्होंने 4 मई को पुनः अपनी जांच कराई. जांच रिपोर्ट में पुनः संक्रमित पाए गए. 11 मई को जांच रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद ऑफिस पहुंचने पर वित्त विभाग के वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला ने दफ्तर न आने पर वेतन रोकने और नौकरी से निकालने की धमकी दी, जिसके कारण उन्होंने यह कदम उठाया. हालांकि शाम होते-होते विभागीय अधिकारियों के दबाव में परिजनों के सुर बदल गए. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए लेखाकार शशि भूषण शुक्ला के भाई आशुतोष शुक्ला ने इस पूरे मामले के लिए डिप्रेशन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इससे पूर्व दो भाइयों को संक्रमण हुआ था, जिसके कारण और डिप्रेशन में आ गए थे और जिस कारण यह कदम उठाया.

इसे भी पढ़े:फिलिस्तीन में इजराइल के जुल्म के खिलाफ दूसरे देश आएं सामनेः मौलाना खालिद राशीद

क्या कहते हैं विभागीय कर्मचारी

उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के कर्मचारी का कहना है कि वित्त नियंत्रक राजकुमार शुक्ला आए दिन कर्मचारियों को प्रताड़ित करते रहते हैं. ये कोई पहला मामला नहीं है, इससे पूर्व भी 2 कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा चुका है. राजकुमार शुक्ला के खौफ के कारण कोई भी कर्मचारी खुलकर सामने नहीं आता है. कर्मचारियों को नौकरी खोने का डर बना रहता है. वित्त नियंत्रक के खौफ का आलम यह है कि जिस सेक्शन में संक्रमित कर्मचारी पाए गए, उस सेक्शन को भी नहीं बंद कराया.

मामले पर संबंधित अधिकारी का बयान
वहीं इस पूरे मामले पर जब ग्रामीण सड़क विकास अधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुजीत कुमार से जानने का प्रयास किया गया, तो मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना था कि शशि भूषण शुक्ला ने सुसाइड का प्रयास किया और यह सोशल मीडिया पर चल रहा है. विगत दिनों का संक्रमित हुए थे. हालाकिं मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने विभागीय प्रताड़ना से पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.