लखनऊ : लखनऊ विकास प्राधिकरण के एक चपरासी ने नेहरू एनक्लेव में किसी और को आवंटित एक फ्लैट पर कब्जा कर लिया. जब आवंटी अपने फ्लैट पर कब्जा लेने पहुंचा तो चपरासी ने आवंटी को भगा दिया. इसके बाद परेशान आवंटी ने एलडीए के उपाध्यक्ष से गुहार लगाई. एलडीए वीसी ने चपरासी से फ्लैट पर कब्जा छोड़ने की बात कही तो चपरासी ने दबंगई वाले लहजे में पहले उसको एक फ्लैट आवंटित करने की शर्त रख दी. इससे नाराज उपाध्यक्ष ने उसकी फाइल पर लिख दिया है कि सात दिन के भीतर या तो वह कब्जा खाली कर दे अन्यथा उसका निलंबन औऱ मुकदमा तत्काल किया जाएगा.
पिछले दिनों लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) ने नेहरू एनक्लेव के रूपायन ब्लॉक (Nehru Enclave Rupayan Block) में कुछ फ्लैट लाटरी के माध्यम से आवंटित किए थे. इनमें से एक साइट पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) का एक कर्मचारी राम कुमार मिश्रा (Employee Ram Kumar Mishra) का अवैध कब्जा था. जब आवंटी फ्लैट पर कब्जा लेने पहुंचा तो राम कुमार मिश्रा ने पूरी दबंगई से उसको भगा दिया. लाखों रुपये जमा करने और रजिस्ट्री के बाद जब आवंटी को कब्जा नहीं मिला तो वह लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी (Dr. Indramani Tripathi, Vice President of Lucknow Development Authority) के पास पहुंचा.
मामले की गंभीरता को देखते हुए एलडीए वीसी ने चपरासी राम कुमार मिश्रा को अपने कार्यालय में बुलाया. कार्यालय में पहुंचे राम कुमार मिश्रा से कहा गया कि फ्लैट तत्काल खाली कर दे. इस पर रामकुमार ने पहले आप कोई अन्य फ्लैट आवंटित करने की शर्त रख दी. इससे नाराज वीसी ने तत्काल चपरासी रामकुमार की फाइल मंगा कर उस पर यह आदेश लिखा कि सात दिनों के भीतर अगर इसने अवैध कब्जा नहीं छोड़ा तो मुकदमा दायर कराया जाए और निलंबित भी कर दिया जाए.