लखनऊ: राजधानी में लोगों को नक्शा पास कराने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. एलडीए के कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में आई खामी के कारण लोगों को प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर लाइन लगानी पड़ रही है. ऑनलाइन सिस्टम में आई तकनीकी खामी के कारण लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लखनऊ में ऐसे दर्जनों लोग है जो कई महीनों से एलडीए के चक्कर काट रहे हैं.
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48 घंटे की जगह महीनों में पास हो रहा नक्शा
एलडीए में नक्शा स्वीकृत कराने की ऑनलाइन व्यवस्था की खामियां लोगों की परेशानी बढ़ा रही हैं. जिस आवासीय नक्शे को अधिकतम 48 घंटे में स्वीकृत हो जाना चाहिए उस नक्शे को स्वीकृत होने में दो महीने से अधिक का समय लग रहा है. उसकी वजह सॉफ्टवेयर में तकनीकी खामी बताई जा रही है. इतना ही नहीं इसकी वजह से अपलोड किए जा रहे नक्शे स्वीकृत होने के बाद बदले जा रहे हैं.
नक्शों में आ रहा बदलाव
तकनीकी खराबी के कारण किसी नक्शे के तल में अंतर मिल रहा है, तो किसी की प्रस्तावित पार्किंग, कमरों या दूसरी सुविधाओं की जगह बदली जा रही है. खामियों के साथ स्वीकृत हो रहे नक्शे की वजह से लोग अपने मकान, व्यवसायिक प्रतिष्ठान तक नहीं बना पा रहे हैं. आवास बंधु और आवास विभाग में भी इसको लेकर शिकायत की गई है, लेकिन पिछले 4 महीने में समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है.
इन तकनीकी खामियों से परेशान जनता
- ऑटोकैड से पीडीएफ में कन्वर्ट करते समय नक्शे में हो रहा बदलाव
- सॉफ्टवेयर में अनियोजित इलाकों को नियोजित और नियोजित को अनियोजित इलाकों में अपलोड कर दिया जा रहा है
- स्वीकृत नक्शों में क्षेत्रफल और स्थान में परिवर्तन मिल रहा है
- अवर अभियंता को नहीं मिल रहा मैसेज अलर्ट
तकनीकी खामी को दुरुस्त करने का हो रहा प्रयास
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की माने तो आवास विभाग को ऑनलाइन सिस्टम की दिक्कतें दूर करने के लिए कहा गया है. एलडीए की कोशिश है कि सॉफ्टवेयर को सुगम बनाया जाए. लगातार शासन इस मामले को लेकर बैठकें भी कर रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही इन तकनीकी खामियों को दूर कर लिया जाएगा और सभी कार्यों को पटरी पर लाया जाएगा. वहीं प्राधिकरण के अधिकारी ये भी मान रहे हैं कि तकनीकी खामियों की वजह से नक्शा पास होने की रफ्तार में कमी आई है.