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लखनऊः शिवपाल की मौजूदगी में शव को कलेक्ट्रेट लेकर पहुंचे साथी वकील, 50 लाख मुआवजे की मांग

तमाम प्रयासों के बावजूद राजधानी लखनऊ में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. 7 जनवरी की रात एक वकील की ईंट-पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का यह मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है.

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कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते वकील.
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Published : Jan 8, 2020, 7:40 PM IST

लखनऊः सात जनवरी देर रात हुई वकील शिशिर तिवारी की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. वकील के शव को लेकर उनके सहयोगी वकील कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे, जहां शव को रखकर प्रदर्शन किया. वकील की मौत के बाद वकीलों के पक्ष में शिवपाल सिंह यादव भी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. वकील कलेक्ट्रेट में कानून व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान वकीलों ने पीड़ित परिवार को सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की.

वकील की हत्या.

मंगलवार देर रात राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र में 32 वर्षीय शिशिर त्रिपाठी नाम के एक अधिवक्ता की हत्या कर दी गई थी. अधिवक्ता को ईंट-पत्थरों से मारकर हत्या की गई थी. बताया जा रहा है कि शिशिर त्रिपाठी की हत्या आपसी रंजिश के चलते की गई है. शिशिर के परिजनों ने मोनू तिवारी, अधिवक्ता विनायक ठाकुर सहित तीन अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है. वहीं एएसपी ने बताया कि एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: सरोजनी नगर तहसील पहुंचे एसएसपी कलानिधि नैथानी, सुनीं फरियादियों की समस्याएं

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शिशिर ने घटना के पहले एसएचओ कृष्णानगर प्रदीप कुमार सिंह को फोन किया था. उसके बावजूद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और शिशिर की हत्या कर दी गई. इसके बाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए कृष्णा नगर एसएचओ प्रदीप कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है.

लखनऊः सात जनवरी देर रात हुई वकील शिशिर तिवारी की हत्या का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. वकील के शव को लेकर उनके सहयोगी वकील कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे, जहां शव को रखकर प्रदर्शन किया. वकील की मौत के बाद वकीलों के पक्ष में शिवपाल सिंह यादव भी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे. वकील कलेक्ट्रेट में कानून व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान वकीलों ने पीड़ित परिवार को सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग की.

वकील की हत्या.

मंगलवार देर रात राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र में 32 वर्षीय शिशिर त्रिपाठी नाम के एक अधिवक्ता की हत्या कर दी गई थी. अधिवक्ता को ईंट-पत्थरों से मारकर हत्या की गई थी. बताया जा रहा है कि शिशिर त्रिपाठी की हत्या आपसी रंजिश के चलते की गई है. शिशिर के परिजनों ने मोनू तिवारी, अधिवक्ता विनायक ठाकुर सहित तीन अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है. वहीं एएसपी ने बताया कि एक आरोपी की गिरफ्तारी की गई है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: सरोजनी नगर तहसील पहुंचे एसएसपी कलानिधि नैथानी, सुनीं फरियादियों की समस्याएं

मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शिशिर ने घटना के पहले एसएचओ कृष्णानगर प्रदीप कुमार सिंह को फोन किया था. उसके बावजूद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और शिशिर की हत्या कर दी गई. इसके बाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए कृष्णा नगर एसएचओ प्रदीप कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है.

Intro:note-सर खबर को ब्रेक करा दीजिए पिछली खबर में अपडेट करा दीजिए, खबर के संदर्भ में कुछ विजुअल पवन जी ने लखनऊ से भेजे हैं, बाकी कुछ विजुअल में रैप से भेज रहा हूं। लखनऊ। मंगलवार देर रात वकील शिशिर तिवारी की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शिशिर तिवारी के शव को लेकर उनके सहयोगी वकील साथी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे हैं। जहां पर शव को रखकर प्रदर्शन किया जा रहा है। वकील की मौत के बाद वकीलों के पक्ष में शिवपाल सिंह यादव भी कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे हैं। वकील कलेक्ट्रेट में कानून व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। वकीलों ने पीड़ित परिवार को सरकार से ₹5000000 के मुआवजे की मांग की है।


Body:परिजनों ने लगाया आरोप मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि शिशिर ने घटना के पहले एसएचओ कृष्णानगर प्रदीप कुमार सिंह को फोन किया था उसके बावजूद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और शिशिर की हत्या कर दी गई। इसके बाद एसएसपी ने कार्यवाही करते हुए कृष्णा नगर एसएचओ प्रदीप कुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया है।


Conclusion:वकील की ईट व पत्थर से मारकर की गई थी हत्या, एक आरोपी गिरफ्तार तमाम प्रयासों के बावजूद राजधानी लखनऊ में अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार देर रात राजधानी लखनऊ कृष्णानगर थाना क्षेत्र में 32 वर्षीय शिशिर त्रिपाठी नाम के एक अधिवक्ता की हत्या कर दी गई। अधिवक्ता को ईट पत्थर से मारकर हत्या की गई। बताया जा रहा है कि शिशिर त्रिपाठी की हत्या आपसी रंजिश के तहत हुई। शिशिर के परिजनों ने मोनू तिवारी, अधिवक्ता विनायक ठाकुर सहित तीन अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों की शिकायत के आधार पर कृष्णानगर थाना पुलिस ने अधिवक्ता विनय ठाकुर को गिरफ्तार किया। पुलिस का कहना है कि अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार पिछले लंबे समय से दो वकील गुटों में संघर्ष चल रहा था। आरोप है कि वकील विनय ठाकुर ने साथी वकील शिशिर त्रिपाठी को पीट-पीटकर मार डाला। यह घटना कृष्णा नगर थाना क्षेत्र के दामोदर नगर में हुई। (संवाददाता प्रशांत मिश्रा 9026 392526)
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