लखनऊ: देश की राजधानी दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में हुए बवाल के बाद उत्तर प्रदेश के शामली और पीएम मोदी के संसंदीय क्षेत्र वाराणसी मे वकीलों ने प्रदर्शन किया. सभी वकीलों ने दोषी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी की मांग उठाते हुए अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की.
शामली में जिला बार एसोसिएशन महासचिव अरविंद कुमार ने कहा कि तीस हजारी कोर्ट में निहत्थे अधिवक्ताओं पर जानलेवा हमला किया गया. उनपर गोलियां भी चलाई गई. चेंबरों में घुसकर उन्हें पीटा गया, गाड़ियां भी तोड़ दी गई. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जिस तरह ब्रिटिश शासन में एक तरफा कार्रवाई होती थी. ऐसा ही तीस हजारी कोर्ट में हुआ है. हम दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग करते हैं.
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सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर सिंह ने कहा कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ताओं पर घटी इस घटना की हम सभी अधिवक्तागण निंदा करते हैं. साथ ही गंभीर रूप से घायल अधिवक्ताओं को 50 लाख रुपये और अन्य पीड़ित अधिवक्ताओं को 25 लाख रुपये मुआवजा दिलाने की मांग करते हैं.