लखनऊ : हालिया प्रकाशित लैंसेट के अध्ययन (lancet study on diabetes) में बताया गया है कि भारत में 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज़ यानी मधुमेह की चपेट में आ चुके हैं. भारत सरकार का आंकड़ा इससे भी गंभीर है. हेल्थ मिनिस्ट्री के सर्वे में सामने आया है कि भारत में 13.6 करोड़ लोग डायबिटिक हैं. चिंता की बात यह है कि डायबिटीज न सिर्फ बुजुर्गों को हो रहा है, बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं.
विशेषज्ञों के अनुसार जब शरीर सही तरीके से ब्लड में मौजूद ग्लूकोज़ या शुगर का उपयोग नहीं कर पाता तब व्यक्ति को डायबिटीज़ की परेशानी हो जाती है. हाल ही में ऑल ओवर इंडिया रैंक पर हुई स्टडी के अनुसार इंडिया में 28.6 परसेंट लोग सामान्य मोटापे से ग्रस्त है. वहीं 39.5 परसेंट पेट के मोटापे से ग्रस्त हैं. वर्ष 2017 में भारत में करीब 7.5 परसेंट लोग डायबिटीज की समस्या थी. इसका मतलब तब से अब तक यह संख्या 50 परसेंट से ज्यादा बढ़ गई है. स्टेट्स की बात करें तो डायबिटीज के ज्यादा मामले गोवा (26.4 परसेंट) में है. यूपी में सबसे कम 4.8 परसेंट है. हाई बीपी के सबसे ज्यादा पेशेट पंजाब में (51.8 परसेंट) हैं.
केजीएमयू के पल्मोनरी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि यूनाइटेड किंगडम की कुल आबादी सात करोड़ है. भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या 10 करोड़ है. ऐसे में कहा जा सकता है कि भारत में डायबिटीज के मरीजों का एक देश तैयार हो चुका है. यहां चौंकाने वाला आंकड़ा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिपोर्ट के एक सर्वे में आया है. इस सर्वे के मुताबिक भारत पूरी दुनिया में डायबिटीज का सबसे बड़ा केन्द्र बन गया है. बड़ी बात यह है कि पिछले चार साल में भारत में डायबिटीज के मरीज 44 प्रतिशत बढ़ गए हैं. अभी तक देश में डायबिटीज के कुल मरीजों की संख्या आठ करोड़ के करीब मानी जाती थी जो अब 10 करोड़ को पार कर चुकी है. यह रिपोर्ट एक लाख से ज्यादा मरीजों के टेस्ट पर आधारित है.
इन चीजों का सेवन करना रहेगा फायदेमंद
सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस देव ने बताया कि हरी पत्तेदार सब्जियों में पॉलीफेनोल और विटामिन सी होता है. इसे नियमित रूप से खाने से डायबिटीज होने की संभावना कम हो जाती है. डायबिटीज के मरीजों को पालक खानी चाहिए. इसमें भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है जो इंसुलिन प्रतिरोध से लड़ने में मदद करता है. पालक में कार्ब्स और कैलोरी बहुत कम और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं. पालक बल्ड शुगर को कंट्रोल में रखता है.
डाॅ. देव के अनुसार डायबिटीज के पेशेंट को मौसमी फलों और मौसमी सब्जियों का भी सेवन करना चाहिए. बगैर मौसम के किसी साग सब्जी या फलों का सेवन न करें. रोज एक या आधा सेब खाना चाहिए. सेब में प्रचुर मात्रा में एन्टीऑक्सिडेंट होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है और पाचन क्रिया को अच्छा रखता है. अंडे को प्रोटीन का पॉवरहाउस कहा जाता है. यह ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल रखता है और भूख लगने वाले हॉर्मोन को दबाकर वजन घटाने में मदद करता है. शुगर के मरीज अगर अपना वजन नियंत्रित रखें तो इससे उनका सेहत काफी हद तक सही रहता है. नाशपती, आडू, जामुन भी डायबिटीज पेशेंट के लिए अच्छा होता है. इनमें अच्छी मात्रा में विटामिन और डायटरी फाइबर होते हैं जो ब्लड शुगर को कम करने में मददगार होते हैं. शकरकंद भी डायबिटीज के लिए जरूरी कार्ब्स में से एक है. एक मध्यम आकार के शकरकंद में चार ग्राम फाइबर और विटामिन सी होता है. इसके अलावा शकरकंद में भरपूर मात्रा में विटामिन ए भी पाया जाता है.