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यूपी में 2.50 लाख घरों में हुआ एक ही समय पर यज्ञ

अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से बुद्ध पूर्णिमा के दिन पूरे विश्व में गृहे गृहे गायत्री यज्ञ कार्यक्रम की घोषणा की गई थी. इसके तहत उत्तर प्रदेश में लाखों लोगों ने अपने घर पर यज्ञ किया.

लखनऊ:
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Published : May 27, 2021, 12:50 AM IST

लखनऊ: अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से आज (26 मई) गृहे गृहे गायत्री यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके अंतर्गत भारत ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच अपने- अपने घरों में यज्ञ किया. इसके तहत उत्तर प्रदेश में भी करीब 2.50 लाख घरों में यज्ञ का आयोजन किया गया.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ

गायत्री परिवार के यूपी के युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रभाकर सक्सेना ने बताया कि कोरोना महामारी की समाप्ति, वातावरण की शुद्धि और सभी के मंगल के लिए यह आयोजन किया गया था. पूरे प्रदेश से मिली सूचना के आधार पर पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 2.50 लाख परिवारों ने यज्ञ किया. बहुत से परिवारों से लिखित सूचना नहीं मिल सकी है. ऐसे में यह संख्या 2.50 से कहीं ज्यादा हो सकती है.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ
गृहे गृहे गायत्री यज्ञ


ऑनलाइन संचालन - इस विश्व स्तरीय यज्ञ का संचालन ऑनलाइन माध्यम से करवाया गया. अखिल विश्व गायत्री परिवार के हेड ऑफिस उत्तराखंड स्थित शांतिकुंज से फेसबुक और यू ट्यूब से यज्ञ का लाइव संचालन किया गया. शांतिकुज से श्यामबिहारी दूबे ने फेसबुक पर यज्ञ का संचालन किया. इसी के अनुसार लोगों ने घर पर यज्ञ किया. साथ ही कई जिलों में जूम एप और वाट्सअप के माध्यम से भी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने यज्ञ का आयोजन करवाया. कई परिजनों ने स्वयं ही यज्ञ किया.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ
गृहे गृहे गायत्री यज्ञ

दीप यज्ञ का भी आयोजन - इसके अलावा शाम को फेसबुक लाइव पर ही दीप यज्ञ का भी आयोजन किया गया. इसमें भी भारी संख्या में लोग जुड़े और दीपों के माध्यम से अपने घर पर यज्ञ किया.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ
गृहे गृहे गायत्री यज्ञ

सेवा भी यज्ञ - यज्ञ से पहले उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति चिन्मय पंड्या ने यज्ञ के बारे में फेसबुक के माध्यम से जानकारी दी. उन्होंने सेवा को भी यज्ञ का एक रूप बताया. कहा कि प्रेम, करुणा, दया, परोपकार की भावना से ओतप्रोत जीवन ही यज्ञ का सच्चा स्वरूप है.

इसे भी पढ़ेंः धर्म नगरी में श्रद्धाभाव से मना ठाकुरजी का प्राकट्य उत्सव, जानें क्या अपनायी गयी पूजन विधि..

कोविड नियमों का पालन- अनुराग मौर्या ने बताया कि इस आयोजन में कहीं भी भीड़ एकत्रित नहीं हुई. ऐसे में कहीं भी कोविड-19 नियम का उल्लंघन नहीं किया गया. सभी लोगों ने अपने घर के अंदर ही यज्ञ किया.

लखनऊ: अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से आज (26 मई) गृहे गृहे गायत्री यज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके अंतर्गत भारत ही नहीं बल्कि विश्व के विभिन्न हिस्सों में लोगों ने सुबह 8 बजे से 11 बजे के बीच अपने- अपने घरों में यज्ञ किया. इसके तहत उत्तर प्रदेश में भी करीब 2.50 लाख घरों में यज्ञ का आयोजन किया गया.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ

गायत्री परिवार के यूपी के युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी प्रभाकर सक्सेना ने बताया कि कोरोना महामारी की समाप्ति, वातावरण की शुद्धि और सभी के मंगल के लिए यह आयोजन किया गया था. पूरे प्रदेश से मिली सूचना के आधार पर पूरे उत्तर प्रदेश में लगभग 2.50 लाख परिवारों ने यज्ञ किया. बहुत से परिवारों से लिखित सूचना नहीं मिल सकी है. ऐसे में यह संख्या 2.50 से कहीं ज्यादा हो सकती है.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ
गृहे गृहे गायत्री यज्ञ


ऑनलाइन संचालन - इस विश्व स्तरीय यज्ञ का संचालन ऑनलाइन माध्यम से करवाया गया. अखिल विश्व गायत्री परिवार के हेड ऑफिस उत्तराखंड स्थित शांतिकुंज से फेसबुक और यू ट्यूब से यज्ञ का लाइव संचालन किया गया. शांतिकुज से श्यामबिहारी दूबे ने फेसबुक पर यज्ञ का संचालन किया. इसी के अनुसार लोगों ने घर पर यज्ञ किया. साथ ही कई जिलों में जूम एप और वाट्सअप के माध्यम से भी क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने यज्ञ का आयोजन करवाया. कई परिजनों ने स्वयं ही यज्ञ किया.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ
गृहे गृहे गायत्री यज्ञ

दीप यज्ञ का भी आयोजन - इसके अलावा शाम को फेसबुक लाइव पर ही दीप यज्ञ का भी आयोजन किया गया. इसमें भी भारी संख्या में लोग जुड़े और दीपों के माध्यम से अपने घर पर यज्ञ किया.

गृहे गृहे गायत्री यज्ञ
गृहे गृहे गायत्री यज्ञ

सेवा भी यज्ञ - यज्ञ से पहले उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति चिन्मय पंड्या ने यज्ञ के बारे में फेसबुक के माध्यम से जानकारी दी. उन्होंने सेवा को भी यज्ञ का एक रूप बताया. कहा कि प्रेम, करुणा, दया, परोपकार की भावना से ओतप्रोत जीवन ही यज्ञ का सच्चा स्वरूप है.

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कोविड नियमों का पालन- अनुराग मौर्या ने बताया कि इस आयोजन में कहीं भी भीड़ एकत्रित नहीं हुई. ऐसे में कहीं भी कोविड-19 नियम का उल्लंघन नहीं किया गया. सभी लोगों ने अपने घर के अंदर ही यज्ञ किया.

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